Kisan Andolan News, Farmers Protest 2020 : नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन लगातार तेज होता जा रहा है. केन्द्रीय कृषि मंत्री और किसान संगठनों से जुड़े नेताओं के बीच पहले दौर की वार्ता बेनतीजा रहने के बाद दूसरे दौर की बैठक आज जारी है. इसी बीच भाजपा की पुरानी सहयोगी पार्टी शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) भी इस किसानों के मुद्दे को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला है. शिरोमणि अकाली दल के नेता और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल (Parkash Singh Badal) ने अपना पद्मविभूषण सम्मान लौटा दिया है.
Does BJP or anybody else have the right to declare anybody as anti-national? These people (farmers) have dedicated their entire life to the nation & now you are calling them anti-national. People who are calling them anti-nationals are actually anti-nationals: Sukhbir Badal https://t.co/Fz3ZYwxemA
— ANI (@ANI) December 3, 2020
वहीं, शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर बादल ( Sukhbir Badal) ने गुरूवार को कहा कि किसानों को इन कानूनों की आवश्यकता नहीं है, तो भारत सरकार उन्हें मजबूर क्यों कर रही है? वहीं, उन्होंने आंदोलन कर रहे किसानों व महिलाओं को कुछ लोगों को खालिस्तानी करार दिए जाने पर नाराजगी जताई. सुखबीर बादल ने कहा, ‘किसान विरोध में बुजुर्ग महिलाएं हैं. क्या वे खालिस्तानियों की तरह दिखते हैं? यह देश के किसानों को देशद्रोही कहने का एक तरीका है. यह किसानों का अपमान है. वे हमारे किसानों को देश-विरोधी कैसे कहते हैं.
बता दें कि आज पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कृषि कानूनों के खिलाफ पद्म विभूषण (Padma Vibhushan) और शिरोमणि अकाली दल (लोकतांत्रिक) प्रमुख राज्यसभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींढसा ने पद्म भूषण पुरस्कार (Padma Bhushan) वापस कर दिया है. इसी कानून के विरोध में पूर्व में शिरोमणि अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर (Harsimrat Kaur) ने एनडीए मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था.