लाइव अपडेट
कृषि कानूनों का समर्थन कर रहे किसानों से मिलेंगे प्रदर्शनकारी किसान
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा, हम 3 कूषि कानूनों पर केंद्र का समर्थन करने वाले उन किसान समूहों से मिलेंगे. हम उनसे इस बारे में जानकारी लेंगे कि वे कूषि कानून से किस तरह से लाभान्वित हो रहे हैं और तकनीक सीखेंगे, जिसका उपयोग वे अपनी फसल बेचने के लिए कर रहे हैं.
दिल्ली में बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने नये कृषि कानून के पक्ष में पदयात्रा निकाली.
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किसानों का ऐलान - जब तक ये कृषि कानून वापस नहीं होते हम नहीं जाएंगे.
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दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं किसान
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किसानों का आंदोलन आज 26वें दिन में प्रवेश कर चुका है.
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सरकार ने फिर भेजा बातचीत का न्योता
कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने किसानों को एक पत्र लिखकर, उन्हें एक बार फिर से मिलने के लिए आमंत्रित किया. पत्र में, सरकार ने किसान नेताओं से मिलने की तारीख के लिए सुझाव भी मांगे हैं. पत्र में कहा गया है कि सरकार किसानों की आशंकाओं पर चर्चा करने के लिए तैयार है.
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सिंघु, टिकरी और धनसा बॉर्डर बंद
दिल्ली यातायात पुलिस ने जानकारी दी है कि सिंघु, टिकरी और धनसा सीमाएँ बंद हैं. वहीं, झटीकरा सीमा केवल दोपहिया और पैदल यात्रियों के लिए खुली है.
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हरियाणा के CM का बड़ा बयान
हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) थी, है और रहेगी. MSP समाप्त करने की कोशिश अगर किसी ने की तो मनोहर लाल खट्टर राजनीति छोड़ देगा. MSP समाप्त नहीं होगी, हमारी मंशा है कि MSP से ऊपर कैसे जाएं, उसके लिए रास्ते बनाए जा रहे हैं.
किसान टोल वसूली को करेंगे मुफ्त
राजधानी दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डरों पर अपनी मांगों के लेकर डटे किसानों का आंदोलन हर दिन तेज होता जा रहा है. अब किसानों ने ऐलान किया है कि वह 25 से 27 दिसंबर तक हरियाणा में राजमार्गों पर टोल वसूली को भी मुफ्त करेंगे.
मन की बात कार्यक्रम के दौरान किसान बजायेंगे थाली
किसान आंदोलन तेज होता जा रहा है. वहीं रविवार को भारतीय किसान यूनियन के नेता जगजीत सिंह दलेवाला ने लोगों से अपील की है कि 27 दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी जब मन की बात कार्यक्रम करेंगे, तो सभी अपने घरों में थाली बजाएं.
24 घंटे की भूख हड़ताल पर रहेंगे किसान
किसानों ने ऐलान किया कि सोमवार को एक दिवसीय भूख हड़ताल करेंगे. भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक बिल वापिस नहीं होगा, एमएसपी पर कानून नहीं बनेगा तब तक किसान यहां से नहीं जाएंगे. 23 तारीख को किसान दिवस के मौके पर किसान आप से कह रहे हैं कि एक समय का भोजन ग्रहण न करें और किसान आंदोलन को याद करें.