लाल किले पर 26 जनवरी को हुए हिंसा को लेकर आम आदमी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस पर निशाना साधा है. आम आदमी पार्टी ने कहा, किसान आंदोलन को आरएसएस और भाजपा के एजेंटों ने बदनाम करने की साजिश की औऱ किसानों पर झूठे पुलिस के मुकदमे दर्ज किये.
आम आदमी पार्टी के नेता हरपाल सिंह चीमा ने कहा, किसान आंदोलन को खत्म करने के लिए आरएसएस, भाजपा और एजेंसियों के साथ मिलकर मोदी सरकार की घटिया साजि़शों ने आज देश को दुनिया भर में शर्मसार कर दिया है. उन्होंने कहा कि पिछले कई माह से प्रजातांत्रिक ढंग के साथ शांतमई तरीके से आंदोलन कर रहे किसानों ने हमारे लोकतंत्र देश का सिर ऊंचा किया था, परंतु भाजपा की घटिया सोच ने अपने आदमियों द्वारा देश के लोकतंत्र को भारी ठेस पहुंचाई है .
हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि जो किसान इस घटना में शामिल नहीं थे, पुलिस ने उन किसान नेताओं पर झूठे केस दर्ज करके यह सिद्ध कर दिया है कि यह सिर्फ एक राजनीति के अंतर्गत ही हुआ है. उन्होंने कहा कि चाहिए तो यह था कि दिल्ली पुलिस भाजपा के एजेंट दीप सिद्धू को तुरंत गिरफ्तार करके उस पर कार्रवाही करती, परंतु शांतमई आंदोलन करने वालों को बदनाम करने के लिए सक्रिय हो गई.
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उन्होंने कहा कि किसान नेता पिछले लम्बे समय से ही यह कहते आए हैं कि दीप सिद्धू भाजपा का एजेंट है और आंदोलन को गलत रंगत देना चाहता है, लाल किले की घटना के संबंध में भी दीप सिद्धू ने सोशल मीडिया पर खुद लाइव हो कर सभी सबूत दिए, परंतु केंद्र की मोदी सरकार ने अपने चहेते को खुलेआम छोड़ दिया, जिस से दिल्ली पुलिस की नीयत पर संदेह होता है.
हरपाल सिंह चीमा ने किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए तरह-तरह की झूठी अफवाहें फैलाई जा रही हैं, उन्होंने पंजाब के लोगों, देश वासियों से अपील की है कि वह ऐसी अफवाहों की ओर ध्यान न दें. उन्होंने समूह पंजाब वासियों को शांति बनाए रखने की अपील की.
उन्होंने कहा, किसान यूनियनों की सिर्फ एक मांग है कि कृषि संबंधी लाए गए तीनों काले कानून तुरंत रद्द किए जाएं. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी पहले दिन से किसानों के आंदोलन का समर्थन कर रही है. उन्होंने कहा कि किसानों की सीधी और स्पष्ट मांग है कि जो केंद्र सरकार धक्के से काले कानून किसानों पर थोपना चाहती है उनको तुरंत रद्द किया जाए.
उन्होंने कहा कि शांतमई ढंग के साथ आंदोलन कर रहे किसानों के हक में ‘आप’ पहले दिन से डटी हुई है और डटी रहेगी. उन्होंने कहा कि पार्टी के सांसद मैंबर और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भगवंत मान की ओर से इस मामले को आने वाले पार्लियामेंट सैशन में जोर शोर से उठाएंगे. उन्होंने मांग की है कि केंद्र सरकार तानाशाही ढंग के साथ आंदोलन को खत्म करने की बजाए किसान की मांग को स्वीकार करते हुए तुरंत काले कानून रद्द करने का ऐलान करती.