गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों द्वारा निकाली गयी ट्रैक्टर रैली में हिंसा हुई. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है इसमें भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत का भी नाम शामिल किया गया है.
टिकैत के खिलाफ दर्ज एफआईआर कई धाराओं में है. इनमें धारा 307 ( हत्या का प्रयास) , 147 ( दंगा) 353 ( जिसमें , आपराधिक बल लोक सेवक को अपने कर्तव्य के निर्वहन से रोकना) सहित कई मामले हैं.
राकेश टिकैत सहित कई किसान नेताओं पर एफआईआर दर्ज की गयी है. इसमें उन नेताओं का भी नाम शामिल है जिन्होंने इस ट्रैक्टर रैली के लिए आग्रह किया था और इस आवेदन में जिनके हस्ताक्षर हैं.
राकेश टिकैत ने ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा पर कहा, जो भी रास्ते हमें दिये गये थे वह बंद कर दिये गये थे. इस वजह से किसान यह समझ नहीं सके कि किस रास्ते जाना है. ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा का असर अब दिखने लगा है. किसान संगठन अब अलग होने लगे हैं.
अब दो किसान संगठन इस आंदोलन से अलग हो गये हैं, हालांकि उन्होंने कहा कि हमारी जायज मांग जारी रहेगी. भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता दिगंबर सिंह ने कहा, हमें इनके वापस जाने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा, आंदोलन जारी है और जारी रहेगा.
दिगंबर ने कहा, ट्रैक्टर रैली को प्रभावित करने की कोशिश की गयी. जिन लोगों ने उपद्रव मचाया है वह किस पार्टी से हैं सभी जानते हैं.