किसान आंदोलन : राहुल गांधी का मोदी पर बड़ा हमला, … तब मोहन भागवत को भी बता देंगे आतंकवादी
नयी दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) सहित कांग्रेस के तीन नेताओं ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath kovind) से मुलाकात कर कृषि कानूनों (Farm Laws) पर एक ज्ञापन सौंपा है. राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मोदी सरकार अपना विरोध बर्दास्त नहीं कर सकती. प्रधानमंत्री के विरोधी को आतंकवादी (Terrorist) करार दे दिया जाता है. राहुल ने कहा कि अगर संघ प्रमुख मोहन भागवत भी कभी नरेंद्र मोदी के खिलाफ जायेंगे तो उन्हें भी आतंकवादी करार दे दिया जायेगा.
नयी दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) सहित कांग्रेस के तीन नेताओं ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath kovind) से मुलाकात कर कृषि कानूनों (Farm Laws) पर एक ज्ञापन सौंपा है. राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मोदी सरकार अपना विरोध बर्दास्त नहीं कर सकती. प्रधानमंत्री के विरोधी को आतंकवादी (Terrorist) करार दे दिया जाता है. राहुल ने कहा कि अगर संघ प्रमुख मोहन भागवत भी कभी नरेंद्र मोदी के खिलाफ जायेंगे तो उन्हें भी आतंकवादी करार दे दिया जायेगा.
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आवाज उठाने वालों को आतंकवादी या राष्ट्रविरोधी करार दिया जाता है. कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी शामिल थे. राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी का एक ही लक्ष्य है कि दो-चार बड़े पूंजीपतियों के लिए पैसा बनाया जाए. जो भी मोदी के खिलाफ खड़ा होता है उसे आतंकवादी बोल दिया जाता है.
राहुल ने कहा कि किसान सरकार के काले कानून के खिलाफ खड़ा होता है तो उसे आतंकवादी बोलेंगे, मजदूर खड़े हो जायेंगे तो उन्हें आतंकवादी बोलेंगे. जो इनसे सत्ता लेने की कोशिश करेगा उसको आतंकवादी और राष्ट्र विरोधी बोला जायेगा.’ एक सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा, ‘भारत में कोई लोकतंत्र नहीं है, देश में यह हकीकत में नहीं, केवल कल्पना में है.’
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उन्होंने आरोप लगाया, ‘प्रधानमंत्री अक्षम व्यक्ति हैं जो तीन-चार लोगों की तरफ से इस व्यवस्था को चला रहे हैं.’ उन्होंने यह भी कहा कि ‘आइडिया ऑफ इंडिया’ पर हमला किया जा रहा है और यही वजह है कि कांग्रेस विरोध में खड़ी है. कांग्रेस नेता ने कहा, ‘करोड़ों लोग हैं जो कृषि से जुड़े हुए हैं और यही लोग देश की रीढ़ हैं. हम मानते हैं कि कृषि क्षेत्र में सुधार होना चाहिए. लेकिन अगर कृषि को तबाह कर दिया जायेगा तो करोड़ों लोगों को बहुत पीड़ा का सामना करना पड़ेगा.’
उन्होंने बताया, ‘राष्ट्रपति से हमने कहा कि ये कानून किसान विरोधी हैं और इससे मजदूरों और किसानों का बहुत नुकसान होने जा रहा है तथा किसान इन कानूनों के खिलाफ खड़ा है.’ गांधी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री को यह नहीं सोचना चाहिए कि ये मजदूर और किसान वापस चले जायेंगे. जब तक ये कानून वापस नहीं लिये जाते तब तक ये किसान पीछे नहीं हटेंगे. संयुक्त सत्र बुलाइए और कानूनों को वापस लीजिए.’
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि अगर प्रधानमंत्री ने कानून वापस नहीं लिए तो सिर्फ भाजपा और आरएसएस को नहीं, बल्कि देश को नुकसान होने जा रहा है. उन्होंने कहा कि दो करोड़ हस्ताक्षरों के साथ राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया गया है. इससे पहले राहुल गांधी ने एक खबर साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘भारत के किसान त्रासदी से बचने के लिए कृषि-विरोधी क़ानूनों के ख़िलाफ़ आंदोलन कर रहे हैं. इस सत्याग्रह में हम सबको देश के अन्नदाता का साथ देना होगा.’
Posted by: Amlesh Nandan