Delhi MCD: एमसीडी चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान हो चुका है. ऐसे में सभी राजनीतिक दलों की तैयारी दुरुस्त है. बता दें कि एमसीडी सबसे बड़े नगर निकायों में से एक है, जिसके अधिकार क्षेत्र में लगभग 1.1 करोड़ लोग हैं. यह टोक्यो मेट्रोपॉलिटन सरकार के बाद दूसरे स्थान पर आती है, जो टोक्यो के गांवों, कस्बों, शहरों और विशेष वार्डों में अनुमानित 1.4 करोड़ लोगों की देखरेख करती है. जानकारी हो कि MCD का गठन 1958 में संसद के एक विशेष अधिनियम के माध्यम से एक स्वतंत्र निकाय के रूप में किया गया था.
इसकी भूमिकाएं और जिम्मेदारियां व्यापक और विविध हैं जिनका उद्देश्य नागरिकों को नागरिक सुविधाएं प्रदान करना है. इनमें स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं को बढ़ावा देना और बीमारियों के किसी भी प्रकोप को रोकने के उपाय करना शामिल है. सड़कों (60 फीट से कम चौड़ी), फुटपाथ और बाजारों की सफाई भी इसी में शामिल है. एमसीडी के शिक्षा विभाग को प्राथमिक विद्यालयों के समुचित संचालन को सुनिश्चित करना है और शिक्षा के बुनियादी ढांचे का निर्माण करना है.
सड़क, ओवर ब्रिज, सार्वजनिक शौचालय और सार्वजनिक परिवहन जैसे सार्वजनिक बुनियादी ढांचे का निर्माण और रखरखाव एमसीडी के इंजीनियरिंग विभाग द्वारा देखा जाता है. इसे पानी की आपूर्ति का ध्यान रखना है, जल निकासी व्यवस्था का प्रबंधन करना है, स्लम क्षेत्रों का विकास करना है, नामित पार्कों, पुस्तकालयों, स्ट्रीट लाइटों और पार्किंग क्षेत्रों का रखरखाव करना है. कई पार्किंग के ठेके एमसीडी देती है.
Also Read: Delhi MCD Election: 12 जोन में बांटा गया है MCD, 250 वार्डों के चुनाव में कुल 1,349 उम्मीदवार मैदान में
एमसीडी का एक अन्य प्रमुख कार्य ठोस अपशिष्ट प्रबंधन है, जिसमें यह सुनिश्चित करना शामिल है कि प्रत्येक घर से और संग्रह बिंदुओं से कचरा एकत्र किया जाए. सीवरेज का रखरखाव इसके महत्वपूर्ण कार्यों में से एक है. नगर निकाय को भी सड़कों पर अतिक्रमण करने वालों पर नकेल कसनी चाहिए. उसे यह सुनिश्चित करना होगा कि भवनों का निर्माण उसके द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुसार हो. एमसीडी संपत्ति, पेशेवर और टोल टैक्स इकट्ठा करने के साथ-साथ श्मशान घाट चलाने और जन्म और मृत्यु का रिकॉर्ड रखने के लिए जिम्मेदार है. जन्म और मृत्यु का पंजीकरण अब ऑनलाइन किया जा सकेगा.