Rishi Kapoor Passes Away, Health Update: बॉलीवुड एक्टर इरफान खान (Irrfan Khan) के बाद अब ऋषि कपूर (Rishi Kapoor) भी नहीं रहे. उन्हें मुंबई के सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पर अचानक वो हम सबको छोड़कर चले गए. बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने ट्वीट कर इसकी जानकारी पूरी दुनिया को दी. आइए हम बताते हैं कि ऋषि कपूर को क्या थी बीमारी जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई…
दरअसल, उनके भाई रणधीर ने बताया था कि उनकी तबीयत ठीक नहीं थी, वह कैंसर से पीड़ित थे और उन्हें सांस लेने में समस्या हो रही थी. इससे पहले भी कई बार उनकी तबीयत अचानक से बिगड़ी थी जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा था. फरवरी महीने में तबीयत बिगड़ने के बाद डॉक्टर्स ने उन्हें शूटिंग शुरू नहीं करने की हिदायत दी थी.
साल 2018 में ऋषि कपूर को कैंसर का पता चला था. 11 महीने और 11 दिनों तक उनका इलाज भी चला. अमेरिका में इलाज के दौरान उनको मज्जा उपचार और रिकवरी से गुजरना पड़ा था. सितंबर महीने में ऋषि कपूर अमेरिका से लौटे थे. परिवार के साथ काफी वक्त साथ गुजारा. आपको बता दें कि वह इससे पहले भी कई बार विदेश में इलाज करवाने जा चुके थे.
ऋषि कपूर को ल्यूकेमिया leukemia था. ये वास्तव में व्हाइट ब्लड सेल्स का एक प्रकार का कैंसर होता है. दरअसल सफेद रक्त कोशिकाएं ही हमारे शरीर को बाहरी वायरस या इंफेक्शन से लड़ने में मदद करती हैं. ऐसे में अगर वहीं कैंसर हो जाए तो शरीर काफी खतरनाक स्थिति में पहुंच जाता है. ऋषि कपूर इसी का इलाज कराने कई बार अमेरिका भी गए थे. वहां उनके बोन मैरो का भी इलाज चला था, चूंकि सफेद रक्त कोशिकाएं यहीं से बनती हैं. ल्यूकेमिया में ये सफेद रक्त कोशिकाएं अनियंत्रित और अनियमित होकर निकलती हैं और यही बाकी पूरे खून के संचालन को बाधित कर देती हैं.
दरअसल, शरीर के किसी अंग में होने वाली कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि कैंसर का कारण बन जाती है. वैसे तो शरीर की यह कोशिकाएं जरूरत के अनुसार विभाजित हो जाती हैं, लेकिन जब यह लगातार वृद्धि करती हैं तो कैंसर का रूप ले लेती हैं. इसे लगातार वृद्धि को समूह ट्यूमर भी कहा जाता है. कैंसरस कोशिका एक जगह से शुरू होकर पूरे शरीर में फैल सकती है. ऋषि कपूर को इस बीमारी के दौरान वजन घटने लगा था. शुरूआत में भूख लगनी बंद हो जाती है. दवाईयों के सहारे जिंदगी गुजारनी पड़ती है.
कैंसर पैदा करने वाले पदार्थों को कार्सिनोजेन यानी कैंसरजनक कहा जाता है. यह कार्सिनोजेन कुछ भी हो सकता है जैसे तंबाकू, तंबाकू का धुआं, पर्यावरण, वायरस आदि. कैंसर होने की वजहें देखी जाएं तो ज्यादातर कैंसर दूषित वातावरण के कारण होता है. यह आनुवंशिकी रूप में भी हो सकता है. खराब आहार, खराब प्रतिरक्षा (रोगों से लड़ने की ताकत) के कारण भी हो सकता है.
यह ज्यादा तंबाकू, वायरस, रेडिएशन और सूर्य के प्रकाश में मौजूद पराबैंगनी किरणों के कारण भी हो सकती है. हालांकि, जरूरी नहीं कि सभी कोशिकाएं इन तत्वों से समान रूप से प्रभावित हों.
कैंसर कई प्रकार के होते हैं जैसे ब्लड कैंसर, गले का कैंसर, मुंह का कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, लंग कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, ब्लैडर कैंसर, लिवर कैंसर, बोन कैंसर, पेट का कैंसर, अग्नाशय का कैंसर, बच्चेदानी का कैंसर आदि.
इसके प्रारंभिक लक्षणों में दर्द हो सकता है. कैंसर होने पर थोड़ा खून आ सकता है. इस ब्लीडिंग का कारण है कि रक्त वाहिकाएं नाजुक होती हैं. कैंसर बढ़ने पर आसपास के ऊतकों पर हमला करता है और इससे रक्त निकलने लगता है. लक्षणों में ब्लड क्लॉट्स, वजन घटना और थकान, लिम्फ नोड्स में सूजन शामिल हैं.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.