‘अभी लंबा रास्ता तय करना है’, जानें डिप्टी CM बनने के बाद डीके शिवकुमार ने क्या कहा?
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि शिवकुमार को उप मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी देने के साथ ही उन्हें कुछ महत्वपूर्ण विभाग भी सौंपे जा सकते हैं. बताया जा रहा है कि यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी के हस्तक्षेप के बाद डीके शिवकुमार डिप्टी सीएम पद के लिए तैयार हुए.
कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी खींचतान खत्म हो चुकी है. सिद्धारमैया राज्य के अगले मुख्यमंत्री और डीके शिवकुमार डिप्टी सीएम होंगे. इधर स्थिति साफ होते ही सिद्धारमैया की ताजपोशी की तैयारी शुरू हो चुकी है. बेंगलुरु के श्री कांतीरवा स्टेडियम में तैयारी चल रही है, जहां 20 मई को नई कर्नाटक सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होना है.
अभी लंबा रास्ता तय करना है- डीके शिवकुमार
वहीं पत्रकारों ने जब कर्नाटक के नव-निर्वाचित उप-मुख्यमंत्री डीके शिव कुमार से पूछा की क्या वे अपने पद से खुश हैं, तो उन्होंने कहा कि , ‘मुझे दु:खी क्यों होना चाहिए? अभी लंबा रास्ता तय करना है. आपको बताएं की कर्नाटक के सीएम के रेस में डीके शिवकुमार का नाम नव-निर्वाचित सीएम सिद्धारमैया के साथ ही लिया जा रहा था, मगर कांग्रेस आलकमान ने 76 साल के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को एक बार फिर कर्नाटक की बागडोर सौंप दी और डीके शिव कुमार की उप-मुख्यमंत्री बनाया गया.
सोनिया के हस्तक्षेप के बाद डिप्टी सीएम पद के लिए राजी हुए शिवकुमार
बताया जा रहा है कि यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी के हस्तक्षेप के बाद डीके शिवकुमार डिप्टी सीएम पद के लिए तैयार हुए. बुधवार को दिनभर दिल्ली कांग्रेस में गहमागहमी का दौर जारी रहा. शिवकुमार और सिद्धारमैया की बैठक पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और वरिष्ठ नेताओं केसी वेणुगोपाल और रणदीप सिंह सुरजेवाला के साथ देर रात तक होती रही. फिर सिद्धारमैया और शिवकुमार को इस फॉर्मूले पर राजी किया गया.
शिवकुमार को उप मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी के साथ कुछ महत्वपूर्ण विभाग भी सौंपे जा सकते हैं
कर्नाटक में कांग्रेस के संकटमोचक कहे जाने वाले शिवकुमार वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं. वह पिछले करीब तीन वर्षों से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे हैं. वह प्रदेश में कांग्रेस की पिछली कुछ सरकारों में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि शिवकुमार को उप मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी देने के साथ ही उन्हें कुछ महत्वपूर्ण विभाग भी सौंपे जा सकते हैं.