Delhi: जानिए कौन है ‘गैंगस्टर दीपक बॉक्सर’? जिसे गिरफ्तार करने के लिए लेनी पड़ी FBI की मदद
दिल्ली-एनसीआर में आतंक का पर्याय बन चुका गैंगस्टर दीपक बॉक्सर अब दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने मंगलवार को मेक्सिको में FBI की मदद से गिरफ्तार किया था, जिसे आज भारत लाया गया है
दिल्ली-एनसीआर में आतंक का पर्याय बन चुका गैंगस्टर दीपक बॉक्सर अब दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने मंगलवार को मेक्सिको में FBI की मदद से गिरफ्तार किया था, जिसे आज भारत लाया गया है. गैंगस्टर दीपक बॉक्सर पर हत्या-फिरौती समेत 10 से ज्यादा आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं.
गैंगस्टर दीपक बॉक्सर राष्ट्रीय स्तर की मुक्केबाजी चैंपियन था
हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले दीपक पहल, जिन्हें दीपक बॉक्सर के नाम से जाना जाता है, एक राष्ट्रीय स्तर की मुक्केबाजी चैंपियनशिप में विजेता था. अपराध की दुनिया में उसकी एंट्री 2014-15 के आसपास हुई जब उसकी मुलाकात गोगी गैंग से जुड़े स्थानीय अपराधी मोहित से हुई. गोगी के समूह में दीपक अपनी बॉक्सिंग साख के कारण तुरंत प्रसिद्ध हो गया. उसे 2016 में गिरफ्तार किया गया था जब 10 सदस्यीय गिरोह ने गोगी को भागने में मदद की थी.
2015 में रखा अपराध की दुनिया में कदम
दीपक बॉक्सर 2017 में जमानत पर जेल से रिहा हुआ और उसने अपनी आपराधिक गतिविधियों को फिर से शुरू कर दिया. गोगी की गिरफ्तारी के बाद माना जा रहा था कि दीपक गिरोह का कारोबार संभाल रहा था. और 2021 में गोगी के शूटआउट के बाद दीपक गिरोह का सरगना बन गया. गोगी के सहयोगी फज्जा को पुलिस हिरासत से भगाने में दीपक की अहम भूमिका थी. पुलिस ने कहा कि दीपक लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के साथ मिलकर काम कर रहा है।
फर्जी पासपोत बनाकर भाग मैक्सिको
दीपक इस साल जनवरी में भारत से भाग गया था और अब मैक्सिको से अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश कर रहा है. दीपक बॉक्सर ने कथित तौर पर रवि अंतिल के नाम से बरेली से फर्जी पासपोर्ट बनवाया और कोलकाता से दुबई के लिए उड़ान भरी. दुबई से दीपक अल्माटी, कजाकिस्तान, तुर्की और स्पेन होते हुए मैक्सिको पहुंचा. पुलिस को शक है कि दीपक के कैलिफोर्निया स्थित चचेरे भाई ने उसे मैक्सिको पहुंचने में मदद की.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश के बाद आक्शन में आई पुलिस
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले साल अगस्त में दिल्ली पुलिस को देश या विदेश में छिपे अपराधियों और आतंकवादियों का कानूनी रूप से पीछा करने का निर्देश दिया था, पुलिस ने कहा. गृह मंत्रालय के निर्देश पर ऑपरेशन हुआ और दिल्ली पुलिस की दो सदस्यीय टीम को मेक्सिको भेजा गया क्योंकि विभाग दीपक बॉक्सर के स्थान के बारे में सुनिश्चित था. स्थानीय अधिकारियों द्वारा दोनों पुलिसकर्मियों की मदद की गई; दूतावास ने भी मदद की.