जानें कौन हैं जगदीश टाइटलर ? दिल्ली कांग्रेस के AICC सदस्यों की सूची में है नाम
1984 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए दंगों में करीब 3 हजार से ज्यादा लोगों की जान चली गयी थी. इस वक्त जगदीश टाइटलर का नाम भी आया था. जानें अभी इस नाम की क्यों हो रही है चर्चा
1984 के दंगों के आरोपित और पूर्व सांसद जगदीश टाइटलर एक बार फिर चर्चा में आ गये हैं. दरअसल, रविवार को इस साल के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के 61 सदस्यों की लिस्ट जारी किया गया है जिसमें जगदीश टाइटल का नाम में है. यह लिस्ट दिल्ली कांग्रेस द्वारा जारी की गयी है.
इस खबर के बाद भाजपा की प्रतिक्रिया सामने आयी है. भाजपा नेता गौरव भाटिया ने कहा कि 1984 के सिख विरोधी दंगों के दौरान सबसे ज्यादा नफरत फैलाने वाले नेता जगदीश टाइटलर को AICC का निर्वाचित सदस्य बनाया गया है. यह कहना गलत नहीं है कि टाइटलर जैसे आरोपी जो नफरत फैलाते हैं, कानूनों का उल्लंघन करते हैं और नरसंहार में लिप्त हैं, वे कांग्रेस की रीढ़ हैं.
36 निर्वाचित सदस्य
दिल्ली कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इसकी जानकारी दी गयी है. ट्विटर हैंडल पर लिखा गया है कि एआईसीसी प्रतिनिधि नियुक्त किये जाने पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्यों को बधाई… सूची में 36 निर्वाचित और 25 सहयोजित सदस्य के नाम हैं.
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्यों को AICC डेलीगेट्स बनाए जाने पर हार्दिक शुभकामनाएं। pic.twitter.com/bdQeveDWvF
— Delhi Congress (@INCDelhi) February 19, 2023
पूर्व पीएम मनमोहन सहित इन नेताओं का नाम
यहां आपको बता दें कि दिल्ली कांग्रेस द्वारा चुने गये सदस्यों में अन्य नेताओं में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का भी नाम शामिल है. इनके अलावा कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी, अजय माकन, अरविंद सिंह लवली और अलका लांबा का नाम भी लिस्ट में है. अमित मलिक और भरम यादव 25 सहयोजित एआईसीसी सदस्यों में शामिल थे. अन्य प्रमुख नामों की बात करें तो इसमें पीसीसी प्रमुख जनार्दन द्विवेदी, एमपी के एआईसीसी प्रभारी अनिल चौधरी और एमपी के एआईसीसी सचिव सह-प्रभारी जेपी अग्रवाल सहित अन्य शामिल हैं.
Also Read: शीला दीक्षित की ताजपोशी में पहुंचे 1984 दंगों के आरोपी जगदीश टाइटलर, कही ये बात
क्या टाइटलर पर साबित हुए हैं आरोप?
उल्लेखनीय है कि 1984 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए दंगों में करीब 3 हजार से ज्यादा लोगों की जान चली गयी थी. देश की राजधानी दिल्ली में ही करीब 2500 से अधिक लोग मारे गये थे. इसके अलावा हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में भी लोग हिंसा के शिकार हुए थे. हालांकि दिल्ली के कैंट इलाके में आपराधिक षडयंत्र रचने, हिंसा कराने और दंगा भड़काने में सज्जन कुमार को दोषी पाया जा चुका है, जबकि जगदीश टाइटलर पर आरोप अभी साबित नहीं हुए हैं.