पश्चिम बंगाल समेत राजधानी कोलकाता की दुर्गा पूजा अपने-आप में खास होती है. कोलकाता में होने वाले दुर्गोत्सव को देखने के लिए देश-विदेश के लोग पहुंचते हैं. कोलकाता महानगर में दुर्गा पूजा के दौरान एक से बढ़कर एक भव्य पंडाल भी देखने को मिलते हैं. कोलकाता के प्रसिद्ध पूजा आयोजकों में एक ‘संतोष मित्रा स्क्वायर’ की इस साल की थीम राजस्थान के लक्ष्मी-नारायण मंदिर पर आधारित है.
इस साल संतोष मित्रा स्क्वायर में दुर्गा पूजा आयोजन के 86 साल पूरे हो रहे हैं. इस बार दुर्गा पूजा में कोलकाता में गुलाबी शहर जयपुर की झांकी देखने को मिलेगी. इसके लिए संतोष मित्र स्क्वायर में पूरी तैयारी हो रही है. इस बात की जानकारी अध्यक्ष प्रदीप घोष ने दी. प्रदीप घोष के मुताबिक इस बार के दुर्गा पूजा में राजस्थान की राजधानी जयपुर स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर (बिरला मंदिर) को दिखाया जाएगा. इसे सपने को साकार करने में मूर्तिकार मिंटू पाल जुटे हैं.
जयपुर का बिरला मंदिर नगर निगम मुख्यालय के ठीक सामने है. सफेद पत्थरों से बने बिरला मंदिर को देखने देश-विदेश से लोग पहुंचते हैं. हर शाम बिरला मंदिर में काफी भीड़ लगती है. मंदिर में लोगों को पारंपरिक ड्रेस में फोटो खिंचवाते भी देखे जाते हैं.बिरला मंदिर की खासियत
कोरोना संकट के कारण पिछले साल पश्चिम बंगाल में पूजा मंडप में लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया था. इस साल संतोष मित्रा स्कवायर पूजा समिति ने कोरोना संक्रमण को रोकने का निर्णय लिया है. संतोष मित्रा स्क्वायर समिति के सजल घोष का कहना है कि इस साल ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया है. लेकिन, सब कुछ स्थिति पर निर्भर करेगा. पूजा कमेटी ने ऐसा कुछ नहीं किया है, जिससे लोगों को दिक्कत हो. इस बार के पूजा में भी कोरोना संकट को देखते हुए तमाम तरह के एहतियात बरते जाएंगे.
Also Read: Weather Alert: बंगाल की खाड़ी में लो-प्रेशर एरिया, बिहार-झारखंड समेत कई राज्यों में भारी बारिश के आसारकोरोना महामारी के कारण शहर के पूजा समितियों के बजट पर काफी हद तक प्रभाव पड़ा है. लेकिन, शहरवासियों का उत्साह, कारीगरों की मेहनत और मूर्तिकारों के लगन के कारण महानगर में दुर्गा पूजा को लेकर अलग ही रौनक दिख रही है. गलियों से लेकर बाजार तक हर जगह लोग पूजा की खरीदारी कर रहे हैं. पूजा में कुछ ही दिन शेष रह गए हैं. दूसरी तरफ दुर्गा पूजा की तैयारियों अंतिम चरणों में है. (इनपुट:- मधु सिंह, कोलकाता)