Kolkata Fake Vaccination Camp: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में फर्जी वैक्सीनेशन कैंप केस में जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है. अब, इस मामले में दो और लोगों की गिरफ्तारी हुई है. पुलिस के मुताबिक फर्जी वैक्सीनेशन कैंप से जुड़े मामले में मुख्य आरोपी देबांजन देब समेत छह लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. देबांजन देब फर्जी कोरोना वैक्सीनेशन कैंप का मास्टर माइंड था. टीएमसी सांसद और बांग्ला फिल्मों की एक्ट्रेस मिमी चक्रवर्ती की कोशिश से फर्जी वैक्सीनेशन कैंप का खुलासा हुआ था. इसके बाद पुलिस ने फर्जी वैक्सीनेशन कैंप चलाने के आरोप में देबांजन देब को गिरफ्तार किया था. इसके बाद भी गिरफ्तारियां जारी है.
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फर्जी वैक्सीनेशन कैंप को लेकर सोमवार की देर रात छापेमारी की गई. पुलिस ने नाकतला इलाके से देबांजन देब के रिश्तेदार को गिरफ्तार किया है. वहीं, 52 साल के एक अन्य शख्स को भी पकड़ा गया है. वो देबांजन देब के साथ काम करता था. देबांजन देब की असलियत उसके रिश्तेदारों की पता थी. इसके बावजूद सभी उसके साथ काम कर रहे थे.
कोलकाता पुलिस का बयान
दरअसल, पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में फर्जी कोरोना वैक्सीनेशन कैंप के मामले की जांच तेज हो चुकी है. इस मामले के किंगपिन फर्जी आईएएस अधिकारी देबांजन देब को पुलिस ने पकड़ा था और जब पूछताछ हुई तो कई चौंकाने वाले खुलासे भी हुए थे. आरोपी ने पुलिस को बताया था कि कोरोना वैक्सीनेशन कैंप में कोविशील्ड की जगह निमोनिया वैक्सीन लगाई जा रही थी. देबांजन देब के कई टीएमसी नेताओं से संपर्क की बात कही गई. इसकी जांच भी हो रही है.
पुलिस के मुताबिक आरोपी देबांजन देब कोविशील्ड के ग्राफिक्स को प्रिंट करके वैक्सीन पर लगाता था. यह भी पता चला है कि पिछले साल देबांजन ने सैनेटाइजर का कारोबार शुरू किया था. वो सैनेटाइजर भी नकली निकला था. वो चार से पांच बार कैंप लगाकर करीब दो सौ लोगों को नकली वैक्सीन की डोज दे चुका है. देबांजन देब को कोलकाता नगरपालिका का फर्जी संयुक्त आयुक्त बताने और फर्जी वैक्सीनेशन कैंप चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. उसके तीन सहयोगियों को शनिवार को पकड़ा गया था. पुलिस ने देबांजन समेत सभी आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास समेत भारतीय दंड संहिता की अन्य धाराओं का मामला दर्ज किया है.