नई दिल्ली, NIA ने केरल ट्रेन आग त्रासदी मामले को अपने हाथ में ले लिया है और “अत्यधिक कट्टरपंथी” गिरफ्तार आरोपी शाहरुख सफी पर अपनी जांच शुरू कर दी है. सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्रालय (एमएचए) के तहत काउंटर टेररिज्म एंड काउंटर रेडिकलाइजेशन (सीटीसीआर) डिवीजन द्वारा जारी एक आदेश के बाद यह कदम उठाया गया है. सूत्रों ने कहा कि जैसा कि यह कई राज्यों से जुड़े आतंक का एक स्पष्ट मामला था, एनआईए ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम को अपने संदेह के आधार पर लागू किया कि आरोपी को उसके संचालकों द्वारा राज्य भेजा गया था और उसे पर्याप्त स्थानीय मदद मिली थी.
एनआईए की यह कार्रवाई आरोपी शाहरुख सैफी के रूप में पहचाने जाने के कुछ दिनों बाद आई है, जो आतंकवादी गतिविधि के दौरान घायल हो गए थे, कोझिकोड में एक जिला सत्र अदालत द्वारा भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत शुक्रवार को हत्या के आरोपों के साथ थप्पड़ मारा गया था. रेलवे पुलिस द्वारा दायर एक मामले में उस पर हत्या का आरोप लगाया गया था. अधिकारियों के अनुसार, अपराध के पीछे एक पूर्व नियोजित साजिश थी और यह एक व्यक्ति का मिशन नहीं था जैसा कि अभियुक्तों ने कबूल किया है.
दिल्ली के शाहीन बाग के रहने वाले सैफी को बुधवार को महाराष्ट्र पुलिस और सेंट्रल इंटेलिजेंस के आतंकवाद-रोधी दस्ते (एटीएस) ने गिरफ्तार किया था और उसे इस महीने की शुरुआत में कोझिकोड लाया गया था, जहां उसका इलाज चल रहा था. एक विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा पूछताछ के समय सैफी ने विरोधाभासी बयान दिए, जिसमें शुरू में, उन्होंने कहा था कि उन्हें किसी के द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा था और बाद में यह कहते हुए मुकर गया कि सब कुछ उनके द्वारा ही नियोजित और क्रियान्वित किया गया था.
केरल पुलिस द्वारा सैफी के “अत्यधिक कट्टरपंथी” होने का आकलन किया गया था और इस्लामिक इंजीलवादी जाकिर नाइक के भड़काऊ भाषणों से प्रभावित था, उसने आगजनी की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया. एजेंसी उन संभावित संचालकों और सहयोगियों को भी देखेगी जो इस साजिश का हिस्सा हो सकते हैं और अंतर-राज्य लिंकेज की जांच करेंगे, यह देखते हुए कि सैफी दिल्ली के शाहीन बाग का निवासी है और उसे महाराष्ट्र के रत्नागिरी से गिरफ्तार किया गया था.
आपको बताएं की 2 अप्रैल को, सैफी ने कोझिकोड के इलाथुर में अलप्पुझा-कन्नूर एक्जीक्यूटिव एक्सप्रेस में कुछ यात्रियों पर ज्वलनशील तरल छिड़क कर आग लगाने का प्रयास किया था, आग से बचने के लिए ट्रेन से कूदने की कोशिश में तीन यात्रियों की मौत हो गई. बाद में सैफी को रत्नागिरी से गिरफ्तार किया गया था.