देश में कृषि कानून का विरोध जारी है. पर सबसे अधिक विरोध पंजाब में देखा जा रहा है. पंजाब में किसान आंदोलन पर डटे हुए हैं. अमृतसर में किसान मंजदूर संघर्ष समिति का रेल रोको आंदोलन आज सातवें दिन भी जारी है. लगातार सातवें दिन किसान रेल रोको आंदलन कर रहे हैं. किसान देवीदासपुरा गांव के पास धरना पर बैठे हैं. जबकि हरियाणा में किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली और कृषि कानून का समर्थन किया. बीजेपी किसान मोर्चा के सदस्यों ने यह रैली निकाली.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर किसानों को अपमानित करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि देश में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और किसानों को अपनी उपज कहीं भी बेचने की आजादी, दोनों रहेगी. उन्होंने कहा कि बरसों तक ये लोग एमएसपी लागू करने की बात कहते रहे, लेकिन किया नहीं और जब उनकी सरकार ने ऐसा किया तो वे उस पर ही किसानों में भ्रम फैला रहे हैं.
विपक्षी दलों का नाम लिए बिना प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ एमएसपी लागू करने का काम स्वामीनाथन आयोग की इच्छा के अनुसार हमारी सरकार ने किया. वे एमएसपी पर ही किसानों में भ्रम फैला रहे हैं. देश में एमएसपी भी रहेगी और किसानों को अपनी उपज कहीं भी बेचने की आजादी भी रहेगी.”
उन्होंने कहा कि यह आजादी कुछ लोग बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि इनकी काली कमाई का एक और जरिया समाप्त हो गया है और इसलिए इन्हें परेशानी है. कृषि विधेयक पर केवल विरोध के लिए विरोध करने का विपक्ष पर आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इन विधेयकों के माध्यम से देश के किसानों को अनेक बंधनों से मुक्त किया गया है और अब देश का किसान कहीं पर भी किसी को भी अपनी उपज बेच सकता है.
मोदी ने कहा, ‘‘आज जब केंद्र सरकार किसानों को उनके अधिकार दे रही है तो भी वे विरोध पर उतर आए हैं. ये लोग चाहते हैं कि देश का किसान खुले बाजार में अपनी उपज नहीं बेच सके. ये चाहते हैं कि किसानों की गाडियां जब्त होती रहें, उनसे वसूली होती रहे, उनसे कम कीमत पर अनाज खरीदकर बिचौलिए मुनाफा कमाते रहें.”
Posted By: Pawan Singh