krishi bill protest, kisan bill 2020, kisan bill protest, farm bills in the Rajya Sabha, Rahul gandhi: कृषि सुधार और किसानों को सशक्त करने का दावा करने वाले तीन बिलों को लेकर ना सियासत थम रही है और ना ही किसानों का विरोध. इस बीच कृषि बिल को रविवार को राज्यसभा में पेश कर दिया है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कृषि बिल को ट्वीट कर लेकर मोदी सरकार से सवाल पूछे हैं.
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों को पूंजीपतियों का गुलाम बनाने में लगे हुए हैं. राहुल गांधी ने ट्वीट किया. ‘मोदी सरकार के कृषि-विरोधी ‘काले कानून’ से किसानों को: 1. एपीएमसी/किसान मार्केट खत्म होने पर एमएसपी कैसे मिलेगा? 2. एमएसपी की गारंटी क्यों नहीं? मोदी जी किसानों को पूंजीपतियों का ‘गुलाम’ बना रहे हैं जिसे देश कभी सफल नहीं होने देगा.
मोदी सरकार के कृषि-विरोधी ‘काले क़ानून’ से किसानों को:
1. APMC/किसान मार्केट ख़त्म होने पर MSP कैसे मिलेगा?
2. MSP की गारंटी क्यों नहीं?मोदी जी किसानों को पूँजीपतियों का ‘ग़ुलाम' बना रहे हैं जिसे देश कभी सफल नहीं होने देगा।#KisanVirodhiNarendraModi
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 20, 2020
इधर, कृषि बिल को लेकर सड़कों पर किसानों का विरोध है तो सियासी गलियारे में विपक्ष की मोर्चाबंदी है. कांग्रेस ने देश भर में आंदोलन का ऐलान कर दिया है. दूसरी पार्टियों ने भी मोर्चा खोल रखा है. रविवार को राज्यसभा में कृषि बिल को पेश करते हुए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कृषि बिल का एमएसपी से कोई मतलब नहीं है. यह दोनों अलग अलग है. एमएसपी आगे भी जारी रहेगी. है.
सरकार को उम्मीद है कि ये विधेयक राज्यसभा में पारित हो जाएंगे. इस बीच आम आदमी पार्टी ने भी इनका विरोध करने का फैसला किया है. रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार इस बिल को राज्यसभा में पास कराने के लिए शिवसेना और एनसीपी से समर्थन मांगा है. देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने समर्थन मांगने के लिए दोनों दलों के प्रमुख से संपर्क साधा
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इससे पहले, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किसान विधेयक के मुद्दे पर केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा था कि किसान का मोदी सरकार से विश्वास उठ चुका है, क्योंकि शुरू से प्रधानमंत्री मोदी की कथनी और करनी में फर्क रहा है. उऩ्होंने ट्वीट किया था कि नोटबंदी, गलत जीएसटी और डीजल पर भारी टैक्स है. जागृत किसान जानता है कि कृषि बिल से मोदी सरकार अपने मित्रों का व्यापार बढ़ाएगी और किसान की रोजी-रोटी पर वार करेगी.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कृषि संबंधी विधेयकों के खिलाफ सभी विपक्षी दलों से एकजुट होने की अपील की है. उन्होने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वो कांग्रेस के घोषणापत्र में किसानों से किए वादों को तोड़मरोड़ कर पेश कर रही है. साथ ही उन्होने ने सरकार पर कॉरपोरेट के सामने घुटने टेकने का भी आरोप लगाया है. गौरतलब है कि कृषि बिलों का विरोध करते हुए केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने गुरुवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
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Posted By: Utpal kant