LAC Row: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि गलवान घाटी संघर्ष और अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में हालिया गतिरोध के दौरान भारतीय सैनिकों ने जो बहादुरी और साहस का प्रदर्शन किया, वह सराहनीय है. उन्होंने कहा कि इसके लिए उनकी जितनी भी प्रशंसा की जाए, कम है. इसके साथ ही राजनाथ सिंह ने चीन को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि हमारा लक्ष्य सुपर पावर बनना है, लेकिन इसके लिए हम किसी दूसरे की जमीन पर कब्जा नहीं करेंगे. रक्षा मंत्री ने यह बयान चीन की विस्तारवादी नीति को लेकर दिया है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हम भारत की संस्कृति में विश्वास करते हैं. वसुधैव कुटुंबकम् का संदेश भारत ने पूरे विश्व की एकजुटता के लिए दिया है. उन्होंने कहा कि भारत निराशा से पूरी तरह उबर चुका है, जो 2013 तक छाई हुई थी और विश्व के लिए आशा की किरण बनकर उभरा है.
राजनाथ सिंह ने भारत-चीन अर्थव्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा कि 1949 में जब चीन में आंदोलन हुआ तब उनका जीडीपी भारत से कम था. उन्होंने कहा कि 1980 तक भारत और चीन साथ में कदमताल करते रहे थे. 80 के दशक के बाद चीन ने अर्थव्यवस्था को बेहतर करने के लिए कई आर्थिक सुधार किए और लंबी छलांग लगाई. इसके बाद उसने तमाम देशों को आर्थिक सुधारों के मामले में पीछे छोड़ दिया.
In 1949, China's GDP was lower than that of India. Until 1980, India was not even in the list of top 10 economies… In 2014, India was on the 9th position in world economies. Today India is close to a $3.5 trillion economy & is 5th largest in the world: Defence Minister pic.twitter.com/wEtWGnCYCq
— ANI (@ANI) December 17, 2022
राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि दुनिया की टॉप 10 अर्थव्यवस्थाओं में भारत की वापसी 21वीं शताब्दी में होती है और बढ़त का सिलसिला आरंभ होता है. लेकिन, 80 के दशक में भारत में अर्थव्यवस्था जिस गति से चल रही थी वह पर्याप्त नहीं थी. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के साढ़े आठ साल के दौर में 3.5 ट्रिलियन डॉलर कि अर्थव्यवस्था के साथ भारत दुनिया में 5वें नंबर की अर्थव्यवस्था बन चुका है.
भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (FICCI) में अपने संबोधन में राजनाथ सिंह ने चीन के साथ सीमा विवाद से निपटने की सरकार की रणनीति पर संदेह करने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर परोक्ष रूप से निशाना साधा. उन्होंने कहा कि चाहे वह गलवान हो या तवांग, सशस्त्र बलों ने जिस तरह से बहादुरी और वीरता का प्रदर्शन किया, उसके लिए उनकी जितनी भी प्रशंसा की जाए, वह कम है. राजनाथ सिंह ने कहा कि हमने विपक्ष के किसी भी नेता की मंशा पर कभी सवाल नहीं उठाया, हमने केवल नीतियों के आधार पर बहस की है. राजनीति सच्चाई पर आधारित होनी चाहिए. लंबे समय तक झूठ के आधार पर राजनीति नहीं की जा सकती है.
रक्षा मंत्री ने कहा कि समाज को सही रास्ते की ओर ले जाने की प्रक्रिया को राजनीति कहा जाता है. हमेशा किसी की मंशा पर संदेह करना, इसका कारण मेरी समझ में नहीं आता. राजनाथ सिंह ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में विश्व पटल पर भारत का कद काफी बढ़ा है. अब भारत विश्व मंच पर एजेंडा सेट करने की दिशा में काम कर रहा है.