नयी दिल्ली : देश के कई हिस्सों में कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की घोर कमी का मामला देखने को मिल रहा है. लोगों को वैक्सीनेशन सेंटर (Vaccination Center) के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. कई लोग इस वजह से वैक्सीन का दूसरा डोज भी समय पर नहीं ले पा रहे हैं. कई जिलों में सेंटर को बंद भी करना पड़ा है. 18 साल से 44 साल के लोगों को भी ऑनलाइन स्लॉट बुक करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में लोग रजिस्ट्रेशन भी नहीं कर पा रहे हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में कई वैक्सीनेशन सेंटरों को वैक्सीन की कमी की कारण बंद करना पड़ा है. बेंगलुरु के स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें कोवैक्सीन की दूसरी डोज लेने के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लोग कई दिनों से सेंटर का चक्कर काट रहे हैं. न केवल दूसरे डोज लेने वालों को परेशानी हो रही है, बल्कि 18 साल से ऊपर के लोगों को भी टीका लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.
एक शख्स ने समाचार एजेंसी से कहा कि मैं अपनी मां को वैक्सीन की दूसरी डोज दिलवाने के लिए कई दिनों से आ रहा हूं, लेकिन कोवैक्सीन उपलब्ध नहीं है. बताया गया कि कुछ और दिनों के बाद कोवैक्सीन आयेगा, तब टीकाकरण हो पायेगा. इसी प्रकार एक दूसरे शख्स ने कहा कि वेबसाइट पर वैक्सीन के 150 डोज दिखा रहे हैं, लेकिन स्लॉट बुक नहीं हो पा रहा है. शायद वेबसाइट ओवरलोड है.
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बता दें कि भारत में इस समय भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड वैक्सीन की सप्लाई हो रही है. जब से केंद्र सरकार ने 18 प्लस के लोगों के लिए वैक्सीन ड्राइव शुरू करने की घोषणा की है तब से वैक्सीन की किल्लत देखी जा रही है. राज्यों को उस अनुपात में वैक्सीन नहीं मिल पा रही है, जितनी डिमांड है. कई राज्यों ने वैक्सीन के लिए वैश्विक निविदा भी निकाली है.
18 प्लस का टीकाकरण इसी महीने के पहली तारीख से शुरू किया गया है. कंपनियों के पास जैसे-जैसे वैक्सीन तैयार हो रहे हैं. वे राज्यों को सपलाई कर रहे हैं. 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को केंद्र सरकार की ओर से वैक्सीन मुफ्त में लगायी जा रही है. वहीं कई राज्यों ने अपने यहां 18 प्लस के लिए भी मुफ्त टीकाकरण शुरू कर दिया है. 18 प्लस के लिए राज्यों को खुद ही वैक्सीन खरीदनी होगी.
केंद्र सरकार की ओर से राज्यों को कहा गया है कि 45 प्लस, फ्रंट लाइन वर्कर्स और हेल्थ वर्कर्स के लिए केंद्र सरकार की ओर से टीके की खुराक भेजी जा रही है. उसमें से 70 फीसदी खुराक का इस्तेमाल दूसरे डोज के लिए किया जाए और 30 फीसदी का उपयोग ही पहले डोज के लिए किया जाए. राज्य 70 फीसदी से ज्यादा टीके की इस्तेमाल भी दूसरे डोज के लिए कर सकते हैं.