PM Narendra Modi at Global COVID19 summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चला रहा है. 20 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना से बचाने वाला वैक्सीन लगाया जा चुका है. हाल ही में भारत ने एक दिन में 2.5 करोड़ से अधिक लोगों को टीका लगाया. हमारे स्वास्थ्यकर्मियों ने गांव-गांव में जाकर अब तक 83 करोड़ से अधिक लोगों को टीका लगाया है. 20 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना के दोनों डोज लग चुके हैं.
PM @narendramodi’s remarks the Global COVID-19 Summit. https://t.co/pH2DXVEuYY
— PMO India (@PMOIndia) September 22, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब पूरी दुनिया कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में थी, हमने वैक्सीन का उत्पादन शुरू किया. हमने 95 अन्य देशों और संयुक्त राष्ट्र के शांति सैनिकों को वैक्सीन मुहैया कराया. हमने पूरे विश्व को अपना परिवार समझा और जहां भी वैक्सीन की जरूरत थी, हमने अपनी क्षमता के अनुरूप उन्हें उपलब्ध कराया.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने 150 से अधिक देशों को दवाइयां और जरूरी उपकरण दिये. उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी के संकट की इस घड़ी में भारत ने दो स्वदेशी वैक्सीन न केवल विकसित की, बल्कि उसके आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी भी दी. भारत ने विश्व का पहला डीएनए-आधारित वैक्सीन तैयार किया. उन्होंने कहा कि भारत की कई कंपनियों को वैक्सीन के उत्पादन का लाइसेंस मिला है और वे वैक्सीन तैयार कर रही हैं.
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पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान की सफलता में इनोवेटिव डिजिटल प्लेटफॉर्म कोविन (CoWIN) की बहुत बड़ी भूमिका है. कहा कि भारत ने भारत ने CoWIN और बहुत से दूसरे डिजिटल सॉल्युशंस दुनिया को मुफ्त में उपलब्ध कराया. ओपेन-सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में.
पीएम मोदी ने कहा कि क्वाड देशों के अपने मित्रों के साथ मिलकर भारत-प्रशांत क्षेत्र के लिए भारत कोरोना वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाने पर जोर दे रहा है. भारत और दक्षिण अफ्रीका ने वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (WTO) को प्रस्ताव दिया है कि कोरोना वैक्सीन, कोरोना की जांच से जुड़े उपकरणों और इसके इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं पर TRIPS को खत्म किया जाये. इससे कोरोना महामारी से लड़ने में तेजी आयेगी.
ग्लोबल कोविड19 वैक्सीन समिट को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जल्दी ही भारत फिर से दूसरे देशों को वैक्सीन की सप्लाई शुरू कर देगा. उन्होंने कहा कि हमारे देश में नये-नये वैक्सीन विकसित किये जा रहे हैं. हम वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाने पर भी जोर दे रहे हैं. जरूरतमंद देशों को हम वैक्सीन की सप्लाई कर सकें, इसके लिए जरूरी है कि इसका तेजी से उत्पादन किया जाये.
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उन्होंने कहा कि वैक्सीन के उत्पादन में तभी तेजी आयेगी, जब हमें कच्चा माल आसानी से ओपेन मार्केट में मिल जाये. उन्होंने दुनिया भर के देशों से कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए जो भी जरूरी चीजें हैं, उसकी सप्लाई चेन को कभी बाधित न किया जाये.
वैश्विक महामारी के आर्थिक पक्ष पर भी पीएम मोदी ने विश्व समुदाय को संदेश दिया. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की वजह से विश्व की अर्थव्यवस्था को बड़ी चोट लगी है. आर्थिक संकट को खत्म करने के लिए एक-दूसरे के वैक्सीन सर्टिफिकेट को मान्यता देेते हुए हमें अंतरराष्ट्रीय यात्रा के नियमों में ढील देने की जरूरत है.
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी अप्रत्याशित था. इसका खतरा अभी भी खत्म नहीं हुआ है. दुनिया भर के लोगों का वैक्सीनेशन अब तक नहीं हो पाया है. यही वजह कि अमेरिका के राष्ट्रपति ने समय रहते 50 करोड़ वैक्सीन दान करने का फैसला किया है. उनका यह फैसला समय पर लिया गया है और स्वागत योग्य है.
उन्होंने कहा कि भारत के लिए मानवता सर्वोपरि है. वसुधैव कुटुंबकम हमारा मंत्र है. भारत के फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री ने सस्ते जांच किट बनाये, दवाइयां और मेडिकल डिवाइस के साथ-साथ सस्ते पीपीई किट भी बनाये. बहुत से विकासशील देशों को इसका लाभ मिला है.
Posted By: Mithilesh Jha