Latest India News In Hindi राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख (RSS Chief) मोहन भागवत ने दिल्ली में ‘मेकिंग ऑफ हिन्दू पेट्रियट’ पुस्तक का विमोचन किया. कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान मोहन भागवत ने कहा, गांधी जी ने कहा था कि मेरी देशभक्ति मेरे धर्म से निकली है. ऐसे में हिन्दू पेट्रियट यानी हिन्दू है तो देशभक्त होना ही पड़ेगा. वो उसकी प्रकृति में है.
गांधी जी ने कहा था कि मेरी देशभक्ति मेरे धर्म से निकली है। तो हिन्दू पेट्रियट यानी हिन्दू है तो देशभक्त होना ही पड़ेगा। वो उसकी प्रकृति में है: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत, दिल्ली में 'मेकिंग ऑफ हिन्दू पेट्रियट' पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में pic.twitter.com/CkSio6knPo
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 1, 2021
महात्मा गांधी पर लिखी एक पुस्तक का विमोचन करते हुए आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने साथ ही कहा कि कोई महापुरुषों को अपने हिसाब से परिभाषित नहीं कर सकता है. उन्होंने कहा कि अगर मन में डर रहेगा कि आपके होने से मेरे अस्तित्व को खतरा है तो आत्मीयता कभी नहीं हो सकती.
संघ प्रमुख ने कहा कि गांधीजी ने कहा था कि मेरी देशभक्ति मेरे धर्म से निकलती है. मैं अपने धर्म को समझकर अच्छा देशभक्त बनूंगा और लोगों को भी ऐसा करने को कहूंगा. स्वधर्म और देशभक्ति का जिक्र करते हुए संघ प्रमुख ने कहा कि हिंदू है तो उसे देशभक्त होना ही होगा, क्योंकि उसके मूल में यह है. वह सोया हो सकता है जिसे खड़ा करना होगा. लेकिन, कोई हिंदू भारत विरोधी नहीं हो सकता.
संघ प्रमुख ने कहा है कि पूजा पद्धति, कर्मकांड कोई हों, सबको मिलकर रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि अंतर का मतलब अलगाववाद नहीं है. अलग होने का मतलब यह नहीं है कि हम एक समाज, एक धरती के पुत्र बनकर नहीं रह सकते.
मोहन भागवत ने कहा कि किताब के नाम और मेरा उसका विमोचन करने से गांधी जी को अपने हिसाब से परिभाषित करने की कोशिश को लेकर अटकलें लग सकती हैं. उन्होंने कहा कि महापुरुषों को कोई अपने हिसाब से परिभाषित नहीं कर सकता.
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