Moose Wala Murder: मूसेवाला की हत्या करने वाले 5 लोगों की हुई पहचान, लॉरेंस विश्नोई ही है मास्टरमाइंड
Delhi Police On Moose Wala Murder: पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या मामले में पंजाब पुलिस के हाथ अभी खाली हैं, लेकिन दिल्ली पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. दिल्ली पुलिस ने जेल में बंद लॉरेंस विश्नोई को ही मूसेवाला की हत्या का मास्टरमाइंड बताया है. जानें पूरी खबर
Delhi Police On Moose Wala Murder: पंजाबी सिंगर एवं कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या (Sidhu Moose Wala Murder Case) का मास्टरमाइंड लॉरेंस विश्नोई (Lawrence Bishnoi Mastermind) ही है. यह चौंकाने वाला खुलासा दिल्ली पुलिस ने किया है. दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर एचजीएस धारीवाल ने बुधवार को मीडिया को बताया कि मूसेवाला की हत्या करने वाले 5 लोगों की पहचान हो गयी है. उन्होंने कहा कि मूसेवाला की हत्या बाकायदा प्लानिंग के तहत की गयी थी. पहले उसे घेरा गया और उसके बाद उस पर गोलियां बरसा दी गयी.
5 शूटर्स की हुई पहचान
पंजाब के मानसा जिला में हुई मूसेवाला की हत्या की जांच के लिए कई राज्यों में पुलिस की टीमें लगी हुई हैं. आरोपियों की तलाश की जा रही है. कुछ लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है, तो कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. दिल्ली पुलिस (Delhi Police On Moose Wala Murder) का कहना है कि महाकाल के करीबी शूटर ने मूसेवाला की हत्या की है. सिधेश हीरामल उर्फ महाकाल को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पांच अन्य शूटर्स की पहचान कर ली गयी है. जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
मूसेवाला के करीबी का भी है हत्या में हाथ
दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर ने बताया कि मूसेवाला हत्याकांड में जितने आरोपियों के नाम सामने आये हैं, उनमें से एक सिंगर का काफी करीबी बताया जा रहा है. अभी दिल्ली पुलिस यह मानकर चल रही है कि महाकाल उर्फ सिधेश हिरामल की गिरफ्तारी से इस हत्याकांड के कई और राज फास होंगे. कई कड़ियां भी जुड़ेंगी. लॉरेंस बिश्नोई से भी पूछताछ की जा रही है और उसके बयान के आधार पर भी पुलिस आगे की जांच कर रही है.
मूसेवाला ने पिस्तौल से की बचाव की कोशिश
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि पिस्तौल से सिद्धू मूसेवाला ने अपना बचाव करने की कोशिश की. लेकिन, ऑटोमेटिक असॉल्ट राइफल के आगे उनकी एक न चली. एक व्यक्ति असॉल्ट राइफल लेकर जीप के सामने आया और अंधाधुंध फायरिंग करने लगा. सिद्धू मूसेवाला ने अपनी पिस्तौल से दो गोली चलायी, लेकिन, तब तक उन्हें दो दर्जन से अधिक गोलियां लग चुकीं थीं.
तीन तरफ से घेरकर बरसायी गोलियां
सिद्धू मूसेवाला की जीप में उनके साथ बैठे गुरविंदर सिंह ने मीडिया को बताया कि कि शूटर्स ने तीन ओर से थार को घेर लिया और लगातार अंधाधुंध फायरिंग करने लगे. मूसेवाला ने भागने की कोशिश की, लेकिन भाग न सके. इतनी गोलियां मारने के बाद हमलावारों ने वहां जाकर देखा कि सिद्धू मूसेवाला जिंदा हैं या नहीं. मूसेवाला की मौत सुनिश्चित करने के बाद हमलावर वहां से भाग गये.