पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव से पहले टि्वटर ने चुनाव संबंधी गलत सूचनाओं से निपटने के लिए सोमवार को कई कदमों की घोषणा की. माइक्रोब्लॉगिंग साइट ने बहुभाषी पहलों की घोषणा करते हुए ‘‘सार्थक राजनीतिक चर्चा, चुनाव के दौरान जन भागीदारी” के प्रति अपनी कटिबद्धता व्यक्त की .
इसने एक बयान में कहा, ‘‘असम, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव 2021 के मद्देनजर टि्वटर ने कई पहलों की घोषणा की है जो उम्मीदवारों, राजनीतिक दलों, नागरिकों, मीडिया और समाज के बीच सुविज्ञ और स्वस्थ चर्चा को प्रोत्साहित करने पर केंद्रित हैं.”
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इन कदमों में चुनावों के बारे में विश्वसनीय सूचना उपलब्ध कराने के लिए भारत निर्वाचन आयोग और राज्य निर्वाचन आयोगों से संबंधित जानकारी सर्च करने, भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए एक ‘कस्टम इमोजी’, चुनाव संबंधी गलत सूचना से निपटने के लिए ‘प्री-बंक’ और ‘डी-बंक’ श्रृंखला और आगामी चुनावों में भारतीय युवाओं के बीच जन-भागीदारी पर केंद्रित ‘डेमोक्रेसी अड्डा’ शीर्षक जैसी पहल शामिल हैं.
बयान में कहा गया कि इन पहलों को छह भाषाओं- हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, बंगाली असमी और मलयालम में क्रियान्वित किया जाएगा. इसके अलावा, भारतीय राजनीति में महिलाओं पर ध्यान केंद्रित करने के लिए टि्वटर पर ‘हर पॉलिटिकल जर्नी’ सेवा होगी. इस वीडियो श्रृंखला में महिला नेता अग्रणी महिला पत्रकारों के साथ अपनी निजी कहानियां साझा करेंगी.
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टि्वटर इंडिया की पब्लिक पॉलिसी से जुड़ीं प्रबंधक पायल कामत ने कहा कि चुनावों के दौरान जन चर्चा महत्वपूर्ण है और ट्विटर ऐसी जगह है जहां इसे महत्व मिलता है. कामत ने सहयोग के लिए भारत निर्वाचन आयोग और राज्य निर्वाचन आयोगों का धन्यवाद व्यक्त किया तथा उम्मीद व्यक्त की कि टि्वटर के प्रयास ‘‘स्वस्थ एवं जीवंत जनसंवाद में योगदान देंगे.”