देश भर में लागू लॉकडाउन के बाद चार मई से सभी राज्यों में शराब की दुकानें खुल गयी हैं. लेकिन पंजाब सरकार 6 मई से शराब दुकान खोलने की तैयारी कर रही है. जबकि झारखंड में अब तक शराब की दुकानें नहीं खुली है. 40 दिन के लॉकडाउन के बाद जब शराब की दुकानें खुली तो दुकानों में जबरदस्त भीड़ उमड़ी और खूब बिक्री हुई. शराब की जबरदस्त भीड़ को देखते हुए दिल्ली सरकार ने शराब की कीमतों में 70 फीसदी कोरोना सेस लगाया है. कर्नाटक,आंध्रप्रदेश में भी शराब की रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की गयी है.महाराष्ट्र भी शराब से ज्यादा से ज्यादा कमाई करने का लक्ष्य बना रहा है. एक और बात यह है कि शराब से राज्यों को बहुत कमाई होती है. तो क्या पंजाब, कर्नाटक, माहाराष्ट्र और यूपी भी इस तरह के कोरोना सेस की घोषणा करके अपने राज्य में शराब की कीमते बढ़ा सकते हैं. क्योंकि लॉकडाउन के कारण कई राज्यों के पास शराब के स्टॉक भी कम होंगे. इस स्टॉक से सरकार अधिक से अधिक रास्जव कमाना चाहेगी.
पंजाब में होगी होम डिलीवरी !
6 मई से पंजाब में शराब की बिक्री शुरू हो जायेगी. दूसरे राज्यों में शराब दुकान खुलने से होने वाली भीड़ को देखते हुए पंजाब सरकार शराब की होम डिलीवरी कराने वाली है. बताया गया कि शाम में 6 बजे शराब की होम डिलवरी की जायेगी. होम डिलीवरी की प्रक्रिया स्थानीय जिला प्रशासन द्वारा तय की जायेगी. दअसल पंजाब में शराब व्यापारियो ने मांग रखी थी कि शराब कि होम डिलीवरी करायी जाये या फिर सरकार को दी जाने वाली लाइसेंस फीस में कटौती की जाये. इसे देखते हुए सरकार होम डिलीवरी की परमिशन दे सकती है. हालांकि यह फौसला सात मई को लिया जायेगा.
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महाराष्ट्र ने रखा 2000 करोड़ का टागरेट
शराब दुकान खुलने के बाद महाराष्ट्र में शराब दुकानों में भारी भीड़ उमड़ी. इस भीड़ को देखते हुए महाराष्ट्र आबकारी विभाग सिर्फ मई महीने में शराब की बिक्री से लगभग 2000 करोड़ रुपये की कमाई करने का लक्ष्य रखा है. आबकारी बिभाग के अधिकारी के मुताबिक महाराष्ट्र सरकार को शराब की बिक्री से हर दिन लगभग 100 करोड़ रुपये की आमदनी होगी. महाराष्ट्र सरकार को हर महीने शराब की बिक्री से 1500 करोड़ रुपए का राजस्व मिलता है. शराब दुकान बंद रहने के कारण इतने रुपयों का नुकसान सरकार को हो रहा था.
दिल्ली में महंगी हुई शराब
जब दिल्ली में चार मई को दुकानें खुली तो पहले दिन भारी संख्या में लोग शराब दुकानों में पहुंच गये. शराब खरीदने के लिए लंबी-लंबी कतारें लग गयी. इसे देखते हए राज्य सरकार ने शराब की मौजूदा कीमत में इजाफा करते हुए 70% स्पेशल कोरोना फीस लगाने का फैसला किया है. इसके चलते अब 1000 की कीमत वाली शराब की कीमत 1700 हो गयी है. दिल्ली सरकार को उम्मीद है कि, इस कदम के बाद दुकानों में कम भीड़ होगी. साथ ही कमाई के पैसों को मरीजों के इलाज में लगाया जाएगा.
शराब से होती राज्यों को होती है अच्छी कमाई
सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार कर्नाटक सरकार ने एक दिन में शराब बेचकर 45 करोड़ रुपये की कमाई की. जबकि आंध्र प्रदेश सरकार को शराब की बिक्री से 40 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ. उत्तर प्रदेश के शराब कारोबारियों की माने तो राज्य में एक ही दिन में 100 करोड़ रुपये की शराब की बिक्री हुई. लॉकडाउन के पहले की बात करें तो शराब की बिक्री से हर राज्य को लगभग 700 करोड़ रुपये की आमदनी होती है. इंटरनेशनल स्पीरीट एंड वाइन एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अधिकारी के मुताबिक 2019-20 वित्तीय वर्ष में शराब से होने वाली सभी राज्यों की कुल सालाना कमाई 2.48 लाख करोड़ रुपये रही है.