कनाडा में भारतीयों की जान खतरे में, खालिस्तानी आतंकियों ने दी भाग जाने की धमकी
कनाडा में अब भारतीय मूल के हिन्दुओं की जान खतरे में है. खालिस्तान समर्थक संगठन Sikhs for Justice (SFJ) ने धमकी दी है कि भारतीय हिंदू यहां से कनाडा छोड़ कर चले जाएं. यह धमकी खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का जश्न मनाने पर जारी की गई है.
कनाडा में अब भारतीय मूल के हिन्दुओं की जान खतरे में है. खालिस्तान समर्थक संगठन Sikhs for Justice (SFJ) ने धमकी दी है कि भारतीय हिंदू यहां से कनाडा छोड़ कर चले जाएं. यह धमकी खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का जश्न मनाने पर जारी की गई है. Sikhs for Justice (SFJ) के वकील ने एक वीडियो जारी किया है, जो वायरल हो रहा है. इसमें कहा गया है-‘इंडो-हिदू कनाडा छोड़कर भाग जाएं. भारत चले जाएं.’ वकील गुरपतवंत पन्नून को भारत में आतंकवादी घोषित किया जा चुका है.
भारत के खिलाफ ट्रूडो के आरोप चिंताजनक
ऑस्ट्रेलिया ने निज्जर की हत्या में भारत का हाथ होने के कनाडा के आरोपों को चिंताजनक बताया और कहा कि वह इससे जुड़े घटनाक्रम पर करीबी नजर बनाए हुए है. उसने भारतीय समकक्षों के सामने यह मुद्दा उठाया है. भारत के सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों में शामिल निज्जर की पश्चिमी कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सरे में 18 जून को एक गुरुद्वारे के बाहर दो अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. निज्जर पर 10 लाख रुपये का इनाम था.
भारत-कनाडा संबंधों में खटास का असर वैश्विक होगा
एसजीपीसी ने कहा कि मामला ‘बहुत गंभीर’ है और इससे पूरी दुनिया में रहने वाले सिख प्रभावित होंगे. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा जून में सिख अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में ‘भारत सरकार के एजेंटों’ की संलिप्तता का आरोप लगाए जाने के बाद कनाडा और भारत ने अपने यहां से एक-दूसरे के एक-एक वरिष्ठ राजनयिक को निष्कासित कर दिया है. सिखों की शीर्ष धार्मिक संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने कहा कि हालांकि भारत सरकार ने कनाडाई सरकार के आरोपों को खारिज कर दिया और एक कनाडाई राजनयिक को निष्कासित भी कर दिया है, लेकिन यह मामला ‘बहुत गंभीर’ है और वैश्विक स्तर पर सिखों को प्रभावित करेगा.
कनाडाई प्रधानमंत्री के आरोपों से चिंतित है अमेरिका
अमेरिका ने कहा कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोप लगाए जाने पर चिंतित है. साथ ही बाइडन प्रशासन ने भारत से मामले की जांच में कनाडा के साथ ‘सहयोग’करने का आग्रह किया. अमेरिका के विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि हम प्रधानमंत्री ट्रूडो द्वारा लगाए गए आरोपों को लेकर चिंतित हैं. हम अपने कनाडाई साथियों के नियमित संपर्क में रहते हैं.