नयी दिल्ली : निजामुद्दीन मरकज से रेस्क्यू किये गये लोग कोरोनावायरस का टेस्ट कराने में आनाकानी कर रहे हैं और जो भी डॉक्टर उनके करीब जाता है उनसे बदतमीजी करते हैं. ये बातें नयी दिल्ली के लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल के निदेशक डॉक्टर किशोर सिंह ने कही है.
सिंह ने कहा कि अभी हमारे पास तबलीगी जमात के 216लोग आइसोलेटेड हैं, जिनमें 24 लोगों का टेस्ट हो चुका है. 24 लोगों में से अब तक जमात के 23 लोगों का टेस्ट पॉजिटिव आया है. उन्होंने आगे कहा कि 24 में से 23 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आना खतरे का संकेत है. हम और भी लोगों की टेस्ट जल्द ही करके उनकी रिपोर्ट सार्वजनिक करेंगे.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जमात के कई लोग अपना टेस्ट नहीं करने दे रहे हैं. साथ ही टेस्ट के लिए आने वाले डॉक्टरों के साथ बदतमीजी करते हैं.
थूकने का लगा था आरोप– 31 मार्च की रात रेस्क्यू के बाद तबलीगी जमात के 167 सदस्यों को मरकज निजमुद्दीन से ले जाकर तुगलकाबाद क्वारन्टाइन केंद्र पर रखा गया था. वहीं 97 को डीजल शेड ट्रेनिंग स्कूल छात्रावास के क्वारन्टाइन केंद्र पर रखा गया और 70 को आरपीएफ बैरक क्वारन्टाइन केंद्र पर.
उत्तरी रेलवे के सीआरपीओ दीपक कुमार के अनुसार तबलीगी सदस्या अभद्र व्यवहार कर रहे थे और खाने को लेकर अनुचित माँगे कर रहे थे. उन्होंने क्वारन्टाइन केंद्र के चिकित्सकों और कर्मचारियों के साथ सहयोग करने से भी मना कर दिया और उन्हें अपशब्द कहने व उनपर थूकने लगे. इसके बाद वे परिसर में भी थूकने लगे और भवन में घूमने-फिरने लगे.
1100 लोगों का किया गया था रेस्क्यू : 31 मार्च को दिल्ली पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने निजामुद्दीन स्थित मरकज से 1100 लोगों को रेस्क्यू किया था. ये सभी लोग मार्च में होने वाले तबलगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होने आये थे. इसके बाद कार्यक्रम से लौटने वाले कई लोगों की कोरोना के कारण मौत हो गयी, जिसके बाद सरकार एक्शन में आयी.