हिमाचल प्रदेश के शिमला, कुल्लू, मनाली और धर्मशाला में क्रिसमस और नए साल का जश्न मनाने आने वाले सैलानियों के लिए कोरोना महामारी के चलते लगा नाइट कर्फ्यू का संकट बन गया है. इससे पर्यटन कारोबारी भी निराश हैं. शुरू में उम्मीद थी कि सरकार इन चार जिलों में लगाए नाइट कर्फ्यू को 15 दिसंबर के बाद खत्म कर देगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं. संकट यह है कि रात का कर्फ्यू जारी रहा तो सैलानी रात नौ बजे के बाद होटल से बाहर नहीं रह सकेंगे. हिमाचल प्रदेश के शिमला, कुल्लू, मनाली और धर्मशाला में क्रिसमस और नए साल का जश्न मनाने के लिए नाइट कर्फ्यू लगाने से जुड़ी हर Latest News in Hindi से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
अब स्थिति यह है कि सैलानी फोन कर पूछ रहे हैं कि कर्फ्यू के बीच क्रिसमस और न्यू ईयर सेलिब्रेशन कैसे होगा. बता दें, पिछले दिनों हुई अच्छी बर्फबारी के बाद बड़ी संख्या में सैलानी शिमला, कुल्लू, मनाली आदि जगह आने लगे थे.
अब क्रिसमस और न्यू ईयर मनाने आने वालों की बारी थी. अकेले शिमला में इसके लिए होटलों के कमरे 50 फीसदी तक बुक हो चुके हैं. अब इन बुकिंग पर संकट है. क्योंकि क्रिसमस और न्यू ईयर पर सैलानी देर रात तक जश्न मनाते हैं, लेकिन रात्रि कर्फ्यू के चलते रात 9:00 बजे के बाद होटलों से बाहर निकलने पर पाबंदी रहेगी, इसलिए सैलानियों की संख्या काफी कम रहने के आसार बन गए हैं.
फेडरेशन ऑफ हिमाचल होटल्स एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष अश्वनी बांबा के मुताबिक क्रिसमस और न्यू ईयर के अलावा 20 दिसंबर से 5 जनवरी तक भारी संख्या में सैलानी हिमाचल का रुख करते थे. बर्फबारी के बाद उनकी संख्या में इजाफा भी हुआ था. लेकिन रात का कर्फ्यू न हटने से अब व्यवसाय प्रभावित होने का खतरा है. शिमला ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन के महासचिव मनु सूद का मानना है कि नाइट कर्फ्यू नहीं हटा तो बुकिंग रद्द होने की आशंका है.
Posted By : Amitabh Kumar