लॉकडाउन तोड़ रईसजादा निकला फरारी की सवारी पर, फिर कानून ने सिखाया सबक
मध्य प्रदेश में एक युवक कानून तोड़ते हुए फरारी से बाहर बिना मास्क लगाए ही निकल गया इस वजह से सुरक्षा कर्मियों ने उस युवक सजा देते हुए उठक बैठक लगवाई.
कोरोना के मामले देश में दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं और इस मामले में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात जैसे राज्य सबसे आगे हैं, इस लॉकडाउन को कारगर बनाने के लिए सुरक्षा कर्मी बेहद सख्ती से इस लॉक डाउन का पालन करवा रहे हैं, कई जगहों पर तो अगर आप किसी काम की वजह से बाहर निकल रहे हैं तो मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जो अब भी नियम की धज्जियां उड़ाने से नहीं चूकते और बिना मास्क पहने ही पूरे शान और शौकत से घर से निकल जाते हैं.
कुछ ऐसा ही मामला हुआ मध्य प्रदेश के इंदौर में. जहां एक युवक पूरे शान से फ़रारी में बैठ कर जा रहा था, जब वह युवक पकड़ा गया तो उन्होंने कर्फ्यू पास दिखा दिया, लेकिन मास्क न पहनने का कारण पूछा गया तो उस स्थान पर वह कोई जवाब नहीं दे पाया, सुरक्षा कर्मियों ने उसे फिर इसकी सजा देते हुए उठक बैठक लगवाई, लेकिन का युवक आरोप है कि हमने कोई भी नियम का उल्लंघन नहीं किया है फिर भी पुलिस ने मुझे अपशब्द कहा. इस वीडियो को पत्रकार पंकज झा ने अपने ट्विटर हैंडल के माध्यम से शेयर किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि Lockdown2 में घर से बाहर निकलने पर मास्क पहनना ज़रूरी है. farari से निकले बड़ी शान से … लेकिन पाला पड़ गया क़ानून से .. ये उसी इंदौर में हुआ जहां एक हज़ार से अधिक कोरोना के केस हैं #StayHomeStaySafe.
#Lockdown2 में घर से बाहर निकलने पर मास्क पहनना ज़रूरी है. #farari से निकले बड़ी शान से … लेकिन पाला पड़ गया क़ानून से .. ये उसी #इंदौर में हुआ जहां एक हज़ार से अधिक कोरोना के केस हैं #StayHomeStaySafe pic.twitter.com/6wHKRJwWzg
— Pankaj Jha (@pankajjha_) April 26, 2020
इस पर यूजर तरह तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं, कई लोग इसकी तारीफ कर रहे हैं तो कई इनको ट्रोल कर रहे हैं. अमित तिवारी नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि भैया हमें इस लड़के की तारीफ करनी चाहिए कि फरारी से होने के बावजूद इसने गलती मानी और पुलिस के कहे अनुसार कार्य किया. वरना यहां तो अल्टो से चलने वाले भी तांडव कर देते हैं. लडके की परवरिश अच्छी है. हमें इसकी प्रशंसा करनी चाहिए. वहीं अरविन्द दुबे नाम के ट्विटर यूजर ने अमित तिवारी की बात का जवाब देते हुए लिखा कि बिल्कुल, लड़के और सुरक्षा कर्मी दोनों बहुत अच्छी परवरिश के मिसाल हैं.
वहीं आदित्य कुमार सिंह नाम के एक यूजर ने लिखा कि फेरारी का ही असर है उठक बैठक से निपट गया वरना मार खाता और गाड़ी सीज, तो दूसरी तरफ अर्पित त्रिपाठी नाम के एक यूजर ने लिखा कि यह तो काली ड्रेस का कमाल है पीली वाली होती तो यह खुद उन पर चिल्ला बैठता.
आपको बता दें कि इंदौर वो जगह जहां पर कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं, जहां 1 हजार से ज्यादा मरीज इस महामारी से प्रभावित हैं. आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में शनिवार को कोरोना के 155 नए मामले सामने आए हैं, इसके साथ राज्य में संक्रमितों की संख्या 2081 पर पहुंच गई है। इस बीच राहत की खबर यह है कि कुल 399 लोग ठीक होकर घर लौटे हैं. जबकि अगर हम इंदौर की बात करें तो इस खतरनाक वायरस से 57 लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं.