नयी दिल्ली : दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डीआईएएल) विमान से माल की ढुलाई तेल करने के लिए उत्पाद शुल्क विभाग के साथ मिलकर कार्गो टर्मिनल पर कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि आने वाले दिनों में लदान में और बढोतरी होने का अनुमान है. डीआईएएल ने कहा कि 25 मार्च को लॉकडाउन के बाद से हवाई अड्डा हर दिन लगभग दो दर्जन अंतरराष्ट्रीय कार्गो उड़ानों को संभाल रहा है, जिसमें गैर-अनुसूचित सेवाएं भी शामिल हैं.
इनमें से एक उड़ान सरकार की लाइफलाइन उड़ान योजना के तहत संचालित की जा रही है. लॉकडाउन के दौरान सिर्फ विमानन नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) से मंजूरी प्राप्त विशेष उड़ानों को ही आवाजाही की इजाजत दी जा रही है.
इनमें से ज्यादातर उड़ाने चिकित्सा उपकरणों को लाने-ले जाने के लिए इस्तेमाल हो रही हैं. दिल्ली हवाई अड्डे में दो अत्याधुनिक एकीकृत कार्गो टर्मिनल हैं, जिनकी सालाना क्षमता 18 लाख मीट्रिक टन से अधिक है और जिसे 23 लाख मीट्रिक टन तक बढ़ाया जा सकता है.
डीआईएएल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विदेह कुमार जयपरियर ने कहा, ‘‘हम माल की तेजी से निकासी के लिए कार्गो टर्मिनलों पर पर्याप्त कर्मचारियों की तैनाती के लिए उत्पाद शुल्क विभाग के साथ भी काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि आवश्यक सामानों की आवाजाही के लिए हवाई अड्डे से ट्रकों को चलाने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने विशेष अनुमति देने का अनुरोध भी किया गया है.