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नागपुर में लगाया गया लॉकडाउन
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पिछले 24 घंटे में 23 हजार से ज्यादा नये कोरोना केस
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सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से
Coronavirus in India : देश में कोरोना संक्रमितों के आंकड़े लगातार बढ़ोतरी हो रही है. नागपुर में बढ़ते संक्रमण के कारण पूर्ण लॉकडाउन लगा दिया गया है. यहां 15 मार्च से 21 मार्च तक लॉकडाउन (Lockdown) लगाया गया है. बीते 24 घंटो की बात करें तो देश में 23 हजार से ज्यादा नए कोरोना संक्रमित पाये गये हैं. नए मरीजों में सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में पाये गये हैं जो कुल संक्रमितों का लगभग 69.4% है.
देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 23,285 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1,13,08,846 हुई जिसने चिंता बढ़ा दी है. वहीं 117 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 1,58,306 हो गई है. देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या अब 1,97,237 है और डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1,09,53,303 है. वहीं देश में कुल 2,61,64,920 लोगों को कोरोना वायरस की वैक्सीन लगाई गई है.
इधर महाराष्ट्र समेत कुछ राज्यों में कोरोना संक्रमण के उपचाराधीन मामलों में बढ़ोतरी पर चिंता प्रकट करते हुए केंद्र ने लोगों को ‘‘सावधान और सतर्क” रहने तथा लापरवाही नहीं बरतने की सलाह दी क्योंकि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है. नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने खासकर महाराष्ट्र में कोरोना वायरस की स्थिति को ‘‘चिंताजनक” बताया है.
पॉल ने 15 से 21 मार्च तक नागपुर में लगाए गए लॉकडाउन का हवाला देते हुए कहा कि हम ऐसे हालात में पहुंच रहे हैं जहां (कोविड-19 संक्रमण को रोकने के लिए) फिर से ये कदम उठाए गए हैं. महाराष्ट्र में मामलों में बढ़ोतरी पर हम बहुत चिंतित हैं. इस वायरस को हल्के में नहीं लें. यह अनपेक्षित रूप से आ सकता है. अगर हमें संक्रमण से मुक्त रहना है तो कोरोना के संदर्भ में उचित तौर-तरीका, रोकथाम रणनीति अपनाने के साथ टीकाकरण का रास्ता अपनाना होगा.
मामलों में वृद्धि के लिए क्या कोरोना वायरस का बदला हुआ स्वरूप जिम्मेदार है, यह पूछे जाने पर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि महाराष्ट्र में मामलों में बढ़ोतरी के पीछे यह कारण नहीं है. उन्होंने कहा कि इस वक्त जांच, संक्रमितों के संपर्क का पता लगाने में कमी, कोरोना को लेकर उचित तौर तरीका नहीं अपनाने और बड़ा जमावड़ा कारण है.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि नागपुर, पुणे, ठाणे, मुंबई, बेंगलुरु शहरी, एर्नाकुलम, अमरावती, जलगांव, नासिक और औरंगाबाद जिलों में कोरोना के सबसे ज्यादा उपचाराधीन मरीज हैं. भूषण ने कहा केरल में 11 फरवरी को 64,607 उपचाराधीन मरीज थे जो अब घटकर 35,715 रह गए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 11 फरवरी को 3,256 मामले थे जो 11 मार्च को घटकर 1,689 रह गए. पश्चिम बंगाल में भी उपचाराधीन मरीजों की संख्या 4,300 से घटकर 3,127 हो गयी है.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि हालांकि महाराष्ट्र में 11 फरवरी को 36,917 मरीज थे जिनकी संख्या बढ़कर अब एक लाख से ज्यादा हो गयी है. पंजाब में 2,100 मामले थे जो अब 9,400 पर पहुंचने को है. उन्होंने कहा कि हमें लगता है कि गुजरात, मध्य प्रदेश और हरियाणा संक्रमण के मामले में परिवर्तन वाले बिंदु पर हैं. वहां अभी मामले नहीं बढ़े हैं.
भाषा इनपुट के साथ
Posted By : Amitabh Kumar