महाराष्ट्र में 15 दिनों के लॉकडाउन का हो सकता है फैसला, मंगलवार तक हो सकता है आधिकारिक ऐलान
बैठक में महाराष्ट्र में लॉकडाउन लगाने पर चर्चा हुई है. बैठक में शामिल एक सूत्र ने अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि महाराष्ट्र में 15 दिन का लॉकडाउन लगाया जा सकता है लेकिन लॉकडाउन पर फैसला कई बैठकों के बाद लिया जायेगा . आज यानि रविवार औऱ सोमवार को होने वाली बैठक कई मायनों में अहम है.
महाराष्ट्र में 15 दिनों का लॉकडाउन लग सकता है. देश में सबसे ज्यादा संक्रमण के मामले महाराष्ट्र में हैं. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सर्वदलीय बैठक बुलायी थी जिसमें लॉकडाउन पर भी चर्चा हुई.
बैठक में शामिल एक सूत्र ने अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि महाराष्ट्र में 15 दिन का लॉकडाउन लगाया जा सकता है लेकिन लॉकडाउन पर फैसला कई बैठकों के बाद लिया जायेगा . आज यानि रविवार और सोमवार को होने वाली बैठक कई मायनों में अहम है.
इस बैठक में लॉकडाउन को लेकर विस्तार से योजना बनायी जायेगी. योजना बनाने से पहले अधिकारी औऱ नेताओं से कई मुद्दों पर चर्चा होगी जिसके बाद लॉकडाउन का फैसला लिया जा सकता है. आधिकारिक सूत्रों ने यह भी बताया कि संभव है कि वीकेंड में लगाये जाने वाले लॉकडाउन को और बढ़ाया जाये.
यह पिछले साल की तरह नहीं होगा लेकिन भोजन, मेडिकल, दवा कंपनियां और उनकी सप्लाई चेन को ही काम करने की इजाजत दी जायेगी इसका सीधा अर्थ है कि जो आवश्यक सेवाओं में आती है उन्हें ही काम करने की इजाजत होगी.
उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने कोरोना टास्क फोर्स से इस संबंध में योजना बनाने के लिए कहा है, सोमवार तक इस पर चर्चा होगी कि कैसे कोरोना को नियंत्रित किया जाये और संभव है कि सोमवार या मंगलवार को लॉकडाउन का ऐलान हो सकता है.
सभी सहयोगी राजनीतिक पार्टियां लॉकडाउन के पक्ष में है. विपक्ष के नेता ने मांग की है कि उन सभी के लिए राहत पैकेज का ऐलान किया जाये जो इससे प्रभावित होंगे. शनिवार को हुई बैठक में इस पर भी चर्चा हुई कि अगर दोबारा लॉकडाउन लगाया गया तो इसके क्या – क्या नुकसान हो सकते हैं.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, हमारे पास कोई रास्ता नहीं है, हमें कड़े फैसले लेने होंगे. कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं . अगर हम आज यह फैसला नहीं लेते हैं तो कल लॉकडाउन जैसे हालात पैदा हो जायेंगे.
इस बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा, हम ताजा लगाये प्रतिबंध को भी लागू कर सकते हैं, लोगों के बाहर निकलने पर रोक लगा सकते हैं. इस वक्त सिर्फ एक आदेश है, जिसमें हम पांच लोगों को एक साथ जमा होने से रोक सकते हैं इसे और मजबूत बना सकते हैं. सरकार को लोगों के लिए यातायात की सुविधा जारी रखनी चाहिए ताकि आपात स्थिति में फंसे लोग, अपने घर जा सकें. ट्रेन और बसों की सुविधा जारी रहनी चाहिए.
60000 से लोग वैक्सीनेशन के लिए घर से बाहर निकल रहे हैं. विद्यार्थी परीक्षा देने के लिए बाहर निकल रहे हैं. पब्लिस ट्रांसपोर्ट की सुविधा उन सबके लिए जारी रखी जानी चाहिए जो जायज कारण से घर के बाहर निकल रहे हैं.लंबी दूरी की ट्रेन का परिचालन जारी रखना चाहिए.