लॉकडाउन के बीच पीएम मोदी और उपराष्ट्रपति नायडू ने दी रामनवमी की बधाई, देश में ऐसे मन रहा त्यौहार
देश में जारी लॉकडाउन के बीच दून में रामनवमी का त्यौहार मनाया जा रहा है. रामनवमी त्यौहार पर उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू और पीएम नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को बधाई दी है. उपराष्ट्रपति ने इसके साथ ही कोरोना से निपटने की कामना की है.
नयी दिल्ली : देश में जारी लॉकडाउन के बीच दून में रामनवमी का त्यौहार मनाया जा रहा है. रामनवमी त्यौहार पर उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू और पीएम नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को बधाई दी है. उपराष्ट्रपति ने इसके साथ ही कोरोना से निपटने की कामना की है.
उप राष्ट्रपति ने राम नवमी की पूर्व संध्या पर अपने शुभकामना संदेश में कहा, ‘यह पावन अवसर हमारे सनातन मूल्यों, सम्पूर्ण मानवता के प्रति करुणा, न्याय परायणता, सत्य निष्ठा के हमारे संस्कारों के साक्षात स्वरूप, मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है. वह हमारे आदर्श हैं.
उन्होंने कहा कि यह दिवस सत्य, धर्म, ईमानदारी, करुणा और मानव कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक हैं. वह उन गुणों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिन्हें हम एक आदर्श मानव के रूप में देखते हैं.
कोरोना संकट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, ‘यह पावन पर्व हमारे देशवासियों के जीवन में स्वास्थ्य, समृद्धि, सुख, संतोष, शांति और खुशहाली लाए. हम आज हमारे सामने उपस्थित इस गंभीर स्वास्थ्य चुनौती का सम्मिलित रूप से कारगर समाधान ढूंढने में सक्षम और सफल हों.’
वहीं पीएम मोदी ने ट्वीट कर देशवासियों को रामनवमी की शुभकामनाएं दी. पीएम ने लिखा, ‘रामनवमी के पावन अवसर पर समस्त देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं. जय श्रीराम !’
रामनवमी के पावन अवसर पर समस्त देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। जय श्रीराम!
— Narendra Modi (@narendramodi) April 2, 2020
अमित शाह, राहुल गांधी ने भी दी शुभकामनाएं– गृहमंत्री अमित शाह और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी रामनवमी के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं. वहीं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी रामनवमी के मौके पर लोगों को बधाई दी हैं.
देश में ऐसे मन रहा है त्यौहार– लॉकडाउन की वजह से देश में सभी धार्मिक स्थलों पर कार्यक्रम होने पर पाबंदी है. ऐसे में लोग अपने घरों पर ही रामनवमी त्यौहार मना रहे हैं. अयोध्या में भी रामनवमी के अवसर पर होने वाले कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया और कुछ मुख्य पुजारी ही भगवान की पूजा और विधि विधान करेंगे.