Lockdown : सड़क पर राजनीति करने पर लगी लगाम, सोशल मीडिया पर सियासी जंग जारी
देश में कोरोना वायरस महामारी के चलते सड़कों पर उतरकर राजनीति करने पर भले ही लगाम लग गई हो, लेकिन सोशल मीडिया पर सियासी जंग लगातार जारी है. इस ‘‘हैशटैग'' अभियान का ताजा निशाना महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बने हैं, जिनके इस्तीफे की मांग की जा रही है.
मुंबई : देश में कोरोना वायरस महामारी के चलते सड़कों पर उतरकर राजनीति करने पर भले ही लगाम लग गई हो, लेकिन सोशल मीडिया पर सियासी जंग लगातार जारी है. इस ‘‘हैशटैग” अभियान का ताजा निशाना महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बने हैं, जिनके इस्तीफे की मांग की जा रही है.
दरअसल, मंगलवार को बड़ी संख्या में प्रवासी कामगार उपनगर बांद्रा में जमा हुए और अपने गृह राज्यों को जाने के लिये परिवहन का इंतजाम करने की मांग करने लगे. इसके बाद रात होते-होते ट्विटर पर ”उद्धव इस्तीफा दो” हैशटैग ट्रेंड करने लगा. इस हैशटैग का इस्तेमाल करने वाले लोग बांद्रा की घटना और पूरे राज्य में महामारी से उपजे हालात को संभालने को लेकर ठाकरे की आलोचना कर रहे थे
इसके अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, तेलंगाना के मुख्यमंत्री चन्द्रशेखर राव, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी के लिये समर्थन जुटाने के वास्ते ”दुनिया के बेहतरीन मुख्यमंत्री” हैशटैग के साथ चार हजार से अधिक ट्वीट किये गए.
सुपरस्टार रजनीकांत का एक प्रशंसक भी पीछे नहीं रहा और उसने उनकी तस्वीर साझा करते हुए लिखा, ”आने वाला दुनिया का सबसे बेहतरीन मुख्यमंत्री. ”उद्धव इस्तीफा दो” ट्रेंड होता देख सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन के दलों शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा ने इसकी काट में बुधवार शाम ”मुख्यमंत्री के साथ महाराष्ट्र” हैशटैग के साथ ट्वीट किये
महाराष्ट्र में कांग्रेस के सोशल मीडिया सेल के प्रमुख अभिजीत सपकाल ने कहा, ”महाराष्ट्र की एमवीए नीत सरकार कोरोना वायरस से निपटने के लिये मिल-जुलकर अथक प्रयास कर रही है. वहीं दूसरी ओर भाजपा के नेता महाराष्ट्र के खिलाफ दुष्प्रचार में जुटे हुए हैं.
सकपाल ने कहा, ”यह घटिया राजनीति करने का समय नहीं है. वहीं युवा सेना (शिवसेना की युवा इकाई) के सचिव वरुण सरदेसाई ने शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे का एक वीडियो डालते हुए ट्वीट किया, ”अब महाराष्ट्र से बाहर के भक्त और ट्रोल भी महाराष्ट्र की राजनीति पर टिप्पणियां करने लगे हैं.