Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के चौथे चरण का मतदान हो रहा है. तीन चरणों की वोटिंग बाकी है. चुनाव में ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने पक्ष में कर सकें इसके लिए राजनेता एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं. इस दौरान आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है. इसी कड़ी में बीजेपी नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र में एक रैली को संबोधित किया. अमित शाह ने महाराष्ट्र के धुले और पालघर में रैली की. पालघर में बोलते हुए शाह ने कहा कि राहुल बाबा, शरद पवार, उद्धव ठाकरे को प्राण प्रतिष्ठा के लिए निमंत्रण मिला, लेकिन वे वहां नहीं गए क्योंकि उन्हें भिंडी बाजार के अपने वोट बैंक का डर है. एकनाथ शिंदे अपने मंत्रिमंडल के साथ वहां गए और पूरे राज्य के लिए आशीर्वाद लिया क्योंकि हम किसी से नहीं डरते. लेकिन उन्होंने अपने वोट बैंक के लिए राम मंदिर का निमंत्रण ठुकरा दिया.
उद्धव ठाकरे पर बरसे अमित शाह
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे पर बरसते हुए अमित शाह ने कहा कि मैं उद्धव ठाकरे से पूछना चाहता हूं कि अगर उनमें थोड़ी भी नैतिकता बची है, तो बाहर आएं और महाराष्ट्र के लोगों को बताएं कि क्या अनुच्छेद 370 को हटाया जाना चाहिए था या नहीं. इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी पर भी हमला करते हुए कहा कि क्या राहुल बाबा देश की रक्षा कर सकते हैं? क्या वे देश को समृद्ध बना सकते हैं?
लोगों से की वोट की अपील
रैली में बोलते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में वोट डालने के लिए शाम छह बजे तक का समय है. मैं आपसे अपील करता हूं कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में आकर वोट करें. उन्होंने लोगों से कहा कि देश को सुरक्षित करने वाली सरकार चुनिए. इस दौरान शाह ने कहा कि औरंगजेब ने जिस काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को तोड़ दिया था, पीएम मोदी ने उस कॉरिडोर को फिर से बनवाया. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में आए दिन बम धमाके होते थे. मुंबई में भी धमाका हुआ. लेकिन पीएम मोदी के राज में सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक कर हमने आतंकवाद को करारा जवाब दिया.
उद्धव ठाकरे ने किया था केंद्र पर हमला
गौरतलब है कि इससे पहले शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने दावा किया कि अगर मोदी सरकार को नहीं हराया गया तो देश को काले दिन देखने पड़ेंगे. पार्टी के मुखपत्र सामना में ठाकरे ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि भारत के लोग अपने नेताओं के भविष्य का फैसला करेंगे. उन्होंने दावा किया यदि मौजूदा सरकार को हराया जाता है तो देश का भविष्य शांतिपूर्ण होगा और लोकतंत्र फलेगा-फूलेगा. नहीं तो देश को काले दिन देखने पड़ेंगे. अच्छे दिन कभी नहीं आए लेकिन काले दिन आ जाएंगे. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि भ्रष्टाचारियों का संरक्षण ही मोदी की गारंटी है.