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क्या बीजेपी के खिलाफ खड़ा होगा तीसरा या चौथा मोर्चा
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राजनीति गलियारों में तीसरे या चौथे मोर्चे की चर्चा
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शरद पवार की प्रशांत किशोर से मुलाकात से करमाया मुद्दा
बीजेपी के खिलाफ तीसरे या चौथे मोर्चे (Third or Fourth front) के गठन की अटकलें तेज हो गई हैं. यह कयास भी लगाये जा रहे हैं कि मोर्चे की संयुक्त ताकत बीजेपी (BJP) को लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2022) में हरा देगी. इधर, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prasant Kishor) की राय इससे जुदा है. उन्होंने अगले लोकसभा चुनाव में तीसरे या चौथे फ्रंट के बीजेपी को हराने की संभावना से इनकार किया है. एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि, उनका विश्वास है कि कोई तीसरा या चौथा मोर्चा बीजेपी को चुनौती दे सकता है.
प्रशांत किशोर ने कहा कि उन्हें ऐसा नहीं लगता कि तीसरा या चौथा मोर्चा सफलतापूर्वी बीजेपी को चुनौती दे सकेगा. बता दें कि सोमवार को प्रशांत किशोर एनसीपी चीफ शरद पवार से मिले. यह मुलाकात इसलिए भी अहम मानी जा रही है क्योंकि बीते 10 दिनों में दोनों की यह दूसरी मीटिंग थी. प्रशांत किशोर ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि तीसरा मोर्चा ‘जांचा-परखा’ हुआ है और यह मौजूदा राजनातिक परिदृश्य में फिट नहीं बैठता.
शरद पवार से मुलाकात के मायनेः बीते एक हफ्ते में प्रशांत किशोर एनसीपी चीफ शरद पवार से दो बार मिले हैं. कयास लगाये जा रहे हैं कि दोनों के मुलाकत के पीछे की वजह तीसरा या चौथा मोर्चा है. यह भी कयास लगाये जा रहे हैं कि शरद पवार की अगुवाई में अगले लोकसभ चुनाव में कई विपक्षी दल एक साथ मिलकर चुनाव लड़ सकते हैं. हालांकि प्रशांत किशोर ने इस अटकल को खारिज किया है.
तीसरे मोर्चे का मॉडल पुरानाः प्रशांत किशोर ने कहा कि देश तीसरे मोर्चे का गठन पहले भी हुआ है. उनका कहना है कि मौजूदा हालात में तीसरे या चौथे मोर्चे की जीत की संभावना कम है. बता दें, 11 जून और 22 जून को शरद पवार से लगातार मुलाकात के बाद ये अटकल लगाये जाने लगे थे कि बीजेपी के खिलाफ तीसरा या चौथ मोर्चा खड़ा हो सकता है. लेकिन प्रशांत किशोर ने सभी अटकलों को खारिज कर दिया है.
हालांकि यहां गौरकरने वाली है कि प्रशांत किशोर से मुलाकात के एक दिन बाद ही एनसीपी सुप्रीमों शरद पवार ने सभी विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है. बैठक में तृणमूल कांग्रेस(TMC), राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और आम आदमी पार्टी (AAP) पार्टी सहित कई और राजनीतिक दल हिस्सा ले रहे है. गौरतलब है कि बंगाल चुनाव में टीएमसी के लिए काम किया था. और बीजेपी को हराकर टीएमसी सत्ता में काबिज हो गई. अब इसी की तर्ज को तीसरा या चौथा मोर्चा बनाकर बीजेपी को चित्त करने की कवायत हो रही है.
Posted by: Pritish Sahay