Lok Sabha Election 2024: पहले चरण की वोटिंग खत्म, 21 राज्यों की 102 सीटों पर जानिए कहां कितना हुआ मतदान
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग खत्म हो गई है. पहले चरण में 21 राज्यों की 102 सीटों के लिए वोट डाले गए. मतदान के दौरान पश्चिम बंगाल और मणिपुर में हिंसा की कुछ छिटपुट घटनाएं भी सामने आईं, वहीं छत्तीसगढ़ में एक ग्रेनेड लांचर के गोले में दुर्घटनावश विस्फोट होने से सीआरपीएफ के एक जवान की मौत हो गई. हालांकि कुल मिलाकर मतदान शांतिपूर्ण रहा.
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण का मतदान संपन्न हो गया है. 21 राज्यों की कुल 102 सीटों के लिए वोटिंग हुई. इसी के साथ उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में बंद हो गई है. पहले चरण के चुनाव में तमिलनाडु की सभी 39 सीटो पर मतदान हुआ. इसके अलावा उत्तर प्रदेश की आठ सीट, राजस्थान की 12 सीट, मध्य प्रदेश की छह सीट, महाराष्ट्र की पांच सीट, उत्तराखंड की सभी पांच सीट, पश्चिम बंगाल की तीन सीट, असम की चार सीट, बिहार की चार सीट, मणिपुर, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश की दो-दो और छत्तीसगढ़, मिजोरम और त्रिपुरा की एक-एक सीटों पर वोटिंग हुई. चुनाव आयोग की ओर से जारी किए गये आंकड़ों के मुताबिक, शाम पांच बजे तक 102 सीटों पर करीब 60 फीसदी मतदान हुआ.
पहले चरण का मतदान संपन्न
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर शुक्रवार को शाम पांच बजे तक लगभग 60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. इस दौरान पश्चिम बंगाल में हिंसा की कुछ छिटपुट घटनाएं भी सामने आईं, वहीं छत्तीसगढ़ में एक ग्रेनेड लांचर के गोले में दुर्घटनावश विस्फोट होने से सीआरपीएफ के एक जवान की मौत हो गई. इससे पहले दोहपर तीन बजे तक 49.78 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई. वहीं, हिंसा प्रभावित मणिपुर में करीब 45.68 फीसदी मतदान दर्ज किया गया. लोकसभा चुनाव के पहले चरण में शाम 5 बजे तक पश्चिम बंगाल में 77.57% और बिहार में 46.32% यानी औसतन 59.71% मतदान हुआ.
सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक हुई वोटिंग
सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव के सबसे बड़े चरण में मतदान सुबह सात बजे आरंभ हुआ और शाम छह बजे तक जारी रहा. निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि शाम पांच बजे तक पश्चिम बंगाल में 77.57 प्रतिशत मतदान हुआ. असम में 70.77 और मेघालय में 69.91 प्रतिशत मतदान हुआ, वहीं पूर्वी नगालैंड के छह जिलों में अलग राज्य की मांग को लेकर आदिवासी संगठनों के एक संघ की ओर से अनिश्चितकालीन बंद के आह्वान के कारण लोग घरों में ही रहे. पश्चिम बंगाल में कूचबिहार सीट पर हिंसा के कारण मतदान प्रभावित हुआ. तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के सूत्रों ने बताया कि दोनों दलों के कार्यकर्ताओं ने मतदान के पहले कुछ घंटों में चुनावी हिंसा, मतदाताओं को धमकाने और चुनाव एजेंटों पर हमलों संबंधी क्रमश: 80 तथा 39 शिकायतें दर्ज करायी हैं.
मनिपुर में 67.46 फीसदी मतदान
हिंसा प्रभावित मणिपुर में शाम पांच बजे तक करीब 67.46 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. इनर मणिपुर लोकसभा सीट के तहत आने वाले थोंगजु विधानसभा क्षेत्र में स्थानीयों और अज्ञात व्यक्तियों के बीच वाद-विवाद हो गया. छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में नक्सल प्रभावित बस्तर लोकसभा सीट पर पांच बजे तक 63.41 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया. राज्य के बीजापुर जिले में नक्सलियों द्वारा लगाए गए एक आईईडी में विस्फोट होने से एक अधिकारी घायल हो गया. तमिलनाडु में सभी 39 लोकसभा सीटों पर पांच बजे तक 63.20 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया है. श्रीपेरुम्बुदूर लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाले तम्बाराम के समीप एक मतदान केंद्र तथा कुछ अन्य मतदान केंद्रों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में तकनीकी खामी के कारण मतदान में करीब एक घंटे की देरी हुई.
अरुणाचल प्रदेश में 60 फीसदी से ज्यादा लोगों ने दिए वोट
वहीं, अरुणाचल प्रदेश में कुल 8,92,694 मतदाताओं में से 60 प्रतिशत से अधिक ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. खराब मौसम के कारण सुबह के समय मतदान का प्रतिशत सामान्य था, लेकिन मौसम की स्थिति में सुधार के साथ इसमें तेजी आई. मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) पवन कुमार साईं ने बताया कि राज्य के कुछ मतदान केंद्रों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में तकनीकी खराबी आने के कारण मतदान में देरी हुई, जिन्हें बाद में बदल दिया गया. मणिपुर में कुछ स्थानों पर ईवीएम को नुकसान पहुंचाए जाने की भी खबरें आईं. अंडमान-निकोबार द्वीप समूह की एकमात्र लोकसभा सीट के लिए पांच बजे तक 56.87 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. अधिकारियों ने बताया कि ईवीएम संबंधी कुछ छोटी-मोटी गड़बड़ियां थीं लेकिन उन्हें तुरंत ठीक कर लिया गया. अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में पहली बार शोंपेन जनजाति के सात सदस्यों ने केंद्र शासित प्रदेश की एकमात्र लोकसभा सीट के लिए अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.
असम में EVM के पानी में डूबने की खबर
असम में भी लखीमपुर के बिहूपुरिया में तीन मतदान केंद्रों, होजेई, कालियाबोर और बोकाखाट में एक-एक मतदान केंद्र और डिब्रूगढ़ के नहारकटिया में एक मतदान केंद्र में ईवीएम में गड़बड़ी दर्ज की गयी. बाद में इन खामियों को दूर कर दिया गया. लखीमपुर क्षेत्र में एक वाहन को लेकर जा रही नौका अचानक नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण बह गई, जिसके चलते उस वाहन में रखी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पानी में आंशिक रूप से डूब गई. एक अधिकारी ने बताया कि वाहन का चालक और उसमें सवार चुनाव अधिकारी वाहन में पानी घुसने से पहले ही उसमें से निकल गए.
अन्य राज्यों में वोटिंग
बिहार की चार लोकसभा सीटों पर 75 लाख मतदाताओं में से करीब 46.32 प्रतिशत ने शाम पांच बजे तक अपने मताधिकार का प्रयोग किया. जम्मू-कश्मीर के उधमपुर संसदीय क्षेत्र में मूसलाधार बारिश होने के बावजूद 65.08 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया. राजस्थान की 12 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ और शाम पांच बजे तक 50.27 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने वोट डाले. उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर पांच बजे तक 53.56 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया. महाराष्ट्र की पांच लोकसभा सीटों पर पांच बजे तक 54.85 प्रतिशत जबकि मध्य प्रदेश में छह लोकसभा सीटों पर 63.50 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. उत्तर प्रदेश में 57.54 प्रतिशत, मिजोरम में 56.68 प्रतिशत, नगालैंड में 50.41 प्रतिशत, पुडुचेरी में 72.8 प्रतिशत और सिक्किम में 67.95 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया.
18 लाख से अधिक मतदान कर्मियों की तैनाती
निर्वाचन आयोग ने पहले चरण के मतदान के लिए 1.87 लाख मतदान केंद्रों पर 18 लाख से अधिक मतदान कर्मियों को तैनात किया है. इन मतदान केंद्रों पर 16.63 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे. मतदाताओं में 8.4 करोड़ पुरुष, 8.23 करोड़ महिलाएं हैं और 11,371 लोग तृतीय श्रेणी के हैं. 35.67 लाख लोग पहली बार मतदाता बने हैं. इसके साथ ही 20 से 29 वर्ष के आयु वर्ग के 3.51 करोड़ युवा मतदाता हैं. मतगणना चार जून को होगी. पहले चरण में जिन राज्यों की सभी लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ उनमें तमिलनाडु (39), उत्तराखंड (5), अरुणाचल प्रदेश (2), मेघालय (2), अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (1), मिजोरम (1), नगालैंड (1), पुडुचेरी (1), सिक्किम (1) और लक्षद्वीप (1) शामिल हैं. इसके अलावा राजस्थान में 12, उत्तर प्रदेश में 8, मध्य प्रदेश में 6, असम और महाराष्ट्र में 5-5, बिहार में 4, पश्चिम बंगाल में 3, मणिपुर में 2 और त्रिपुरा, जम्मू कश्मीर तथा छत्तीसगढ़ में एक-एक सीट पर मतदान हुआ. पहले चरण में अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा की 60 और सिक्किम की 32 सीट के लिए भी एक साथ मतदान हुआ.
मतदान का आंकड़ा बढ़ने की संभावना
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीट पर शुक्रवार को लगभग 60.03 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. वहीं, वोटिंग को लेकर निर्वाचन आयोग ने कहा कि मतदान समाप्त होने के बाद ये आंकड़े जारी कर दिए गए, वहीं शाम छह बजे तक कतारों में लगे लोगों को वोट डालने की अनुमति दी गई.आयोग ने कहा कि सभी मतदान केंद्रों से रिपोर्ट मिलने पर मतदान प्रतिशत बढ़ने की संभावना है, क्योंकि कई निर्वाचन क्षेत्रों में शाम छह बजे तक मतदान होना था. अंतिम आंकड़े शनिवार को फॉर्म 17ए की जांच के बाद पता चलेंगे. आयोग ने मतदान प्रतिशत को उच्च बताया और कहा कि मतदान कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रहा. पिछले लोकसभा चुनाव (2019) में पहले चरण में मतदान प्रतिशत 69.43 प्रतिशत दर्ज किया गया था. तब कुछ लोकसभा क्षेत्र इस बार से अलग थे और तब कुल 91 संसदीय सीट के लिए पहले चरण में मतदान हुआ था.