Lok Sabha Election 2024: भारत एक लोकतांत्रिक देश है और यहां हर पांच साल में सरकार बनाने के लिए चुनाव होते हैं. इस बार देश में अठारहवीं लोकसभा चुनाव के लिए लोग मतदान करेंगे जिसकी तैयारी करीब पूरी हो चुकी है. चुनाव आयोग शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके चुनाव की तारीख की घोषणा करने वाला है. इस बीच लोगों के मन में सवाल आ रहा है कि क्या इस बार भी सात चरणों में चुनाव कराए जाएंगे जैसा कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में देखने को मिला था. लोकसभा चुनाव को लेकर मीडिया में जो खबर चल रही है उसके अनुसार, इस बार मतदान के चरणों को कम किया जा सकता है.
लोकसभा चुनाव 2019 में सात चरण में करवाया गया था चुनाव
2019 के आम चुनाव की बात करें तो 11 अप्रैल से 19 मई तक सात चरणों में मतदान करवाए गये थे. 17वीं लोकसभा के सदस्यों के लिए नतीजे 23 मई 2019 को घोषित किए गए थे. चुनाव परिणाम एनडीए के पक्ष में आए थे और केंद्र में दूसरी बात मोदी सरकार बनी थी.
देश में आंतरिक सुरक्षा का माहौल बेहतर
चुनाव आयोग का काम बिना हिंसा के और साफ सुथरे तरीके से चुनाव संपन्न करवाना है. देश में आंतरिक सुरक्षा का माहौल 2019 की तुलना में काफी बेहतर है, ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि जम्मू-कश्मीर में धारा 370 को निरस्त कर दिया गया है और माओवादी छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र तक सीमित है. आपको बता दें कि मतदाताओं को हिंसा से बचाने के लिए राज्य पुलिस के साथ-साथ अर्धसैनिक बलों को लगाया जाता है. पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा और मणिपुर में कुकुई और मैतेई के बीच जातीय तनाव के अलावा, आंतरिक सुरक्षा की स्थिति काफी हद तक स्थिर है.
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आतंकी घटनाओं में आई कमी
साल 2019 के बाद से राजौरी-पुंछ सेक्टर में आतंकी हमलों के अलावा भीतरी इलाकों में आतंकी घटनाओं में कमी आई है. इससे चुनाव आयोग के पास अवसर है कि वह कम चरणों में चुनाव संपन्न करवा सके. लेकिन इस धारणा में एक बात ये भी है कि सुरक्षाबलों को देश के एक छोर से दूसरे छोर तक जाने के लिए वक्त चाहिए. नई टेक्नोलॉजी एआई भी चुनाव को प्रभावित कर सकता है जो एक चुनौती साबित हो सकता है. भारत के विरोधी इसका यूज करके चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं.