Lok Sabha Election 2024: बिहार में कम वोट प्रतिशत की वजह कहीं ये तो नहीं, जानें क्या कहते हैं विश्लेषक

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा के दूसरे चरण में बिहार में कम वोट प्रतिशत रिकॉर्ड किया गया. इसके पीछे कई कारकों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. जानें क्या कहते हैं राजनीतिक विश्लेषक

By Amitabh Kumar | April 28, 2024 1:47 PM
an image

Lok Sabha Election 2024: लोकतंत्र का पर्व देश में चल रहा है. इस बार लोकसभा चुनाव सात चरण में करवाए जा रहे हैं जिसमें से दो चरण का मतदान हो चुका है. शेष पांच चरण के वोटिंग की तैयारी जारी है. सात मई को तीसरे चरण का मतदान होना है. इस बीच बिहार में लोकसभा चुनाव के पहले दो चरणों में कम मतदान प्रतिशत ने चिंता बढ़ा दी है. इसपर राजनीतिक विश्लेषकों की राय सामने आई है. ये वोटिंग प्रतिशत में गिरावट के लिए अलग-अलग कारकों को जिम्मेदार बता रहे हैं. हालांकि, उनमें से अधिकांश विश्लेषक राज्य के प्रवासियों की बड़ी आबादी को एक प्रमुख कारक बता रहे हैं जिसने मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की उपस्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव डालने का काम किया है.

मतदान के लिए इंतजार करना वोटर को पसंद नहीं

बिहार इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक फाइनेंस एंड पॉलिसी के एसोसिएट प्रोफेसर सुधांशु कुमार ने मतदान प्रतिशत में गिरावट पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि मतदान का प्रतिशत कम होना चिंता का विषय है. मतदाताओं की भागीदारी निर्धारित करने पर ध्यान देने की जरूरत है, लेकिन लोग वोट डालने के लिए कतार में इंतजार करना शायद कुछ लोगों को रास नहीं आता है. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के लिए चुनाव प्रक्रिया में समय बिताने से अच्छा एक दिन की मजदूरी करना होता है. यही वजह है कि, वे हमेशा अपने मताधिकार का प्रयोग करने से बचते नजर आते हैं. ध्यान देने वाली बात यह है कि आजीविका के लिए लोगों के प्रवासन के परिणामस्वरूप अक्सर घर पर पुरुष मतदाताओं की संख्या कम हो जाती है, खासकर कामकाजी उम्र के लोगों की संख्या कम नजर आती है.

Read Also : बिहार में तीसरे फेज की पांचों सीटों का क्या है गुणा-भाग? जानिए पिछले चुनाव में किस फैक्टर ने दिखाया था असर..

सुधांशु कुमार ने कहा कि इस स्थिति से दो संभावनाएं नजर आती है जिसने मतदान प्रतिशत और सामाजिक जुड़ाव को इफेक्ट किया है. या तो घर की महिला निर्णय लेने की जिम्मेदारी लेती है, या नहीं तो फिर परिवार इकाई केवल अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा करने तक ही सीमित रखती है. पिछले कुछ चुनावों पर नजर डालें तो, महिला सशक्तिकरण के कारण बिहार के कई हिस्सों में पुरुषों की तुलना में महिलाओं का मतदान प्रतिशत ज्यादा रहा है. महिलाओं का वोट देने के लिए इस तरह से घर से बाहर निकलना, इन क्षेत्रों में सामाजिक गतिविधियों में महिलाओं की अधिक महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाने का काम करता है. यहां तक कि घर के पुरुष मुखिया यदि ना हों तो भी…हालांकि, कई स्थानों पर पुरुषों, खासकर युवा वोटरों का कम वोट करने के पीछे सामाजिक जुड़ाव कम होना हो सकता है. उन्होंने कहा कि महिला मतदाताओं को अधिक से अधिक जागरुक करके मतदान प्रतिशत में सुधार लाया जा सकता है.

Lok sabha election 2024/ file photo

दूसरे चरण में बिहार के किस सीट पर कितना प्रतिशत मतदान

बिहार में दूसरे चरण में पांच सीटों पर गत शुक्रवार को मतदान हुआ. इसमें कुल 59.45 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. जानें कहां कितना प्रतिशत हुआ मतदान

  • कटिहार में 63.76 प्रतिशत
  • पूर्णिया लोकसभा में 63.08 प्रतिशत
  • किशनगंज लोकसभा सीट पर 62.84 प्रतिशत
  • बांका में 54.48 प्रतिशत और सबसे कम भागलपुर लोकसभा सीट पर 53.5 प्रतिशत मतदान
Exit mobile version