Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव में सभी पार्टियां अपना दम खम दिखा रही है. राष्ट्रीय तथा क्षेत्रीय पार्टियां पूरे जोर- शोर से प्रचार अभियान में जुटी हैं. ऐसे में केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में भी खेल कस गया है. लंबे समय से कांग्रेस का गढ़ रही इस सीट में मुकाबला टक्कर का देखा जा रहा है. बता दें केरल में कुल 20 लोकसभा सीट है और तिरुवनंतपुरम सबसे चर्चित सीटों में से एक है. इस साल यहां लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान हुआ है. इस बार के लोकसभा चुनाव में यहां मतदान प्रतिशत में गिरावट देखी गई है. 2019 में यहां 73.45 प्रतिशत मतदान हुआ था पर इसबार यहां सिर्फ 66.46 प्रतिशत मतदान ही हुआ है. इस सीट पर शुरुआत से ही कांग्रेस पार्टी का दबदबा रहा है. इस साल इस सीट से कांग्रेस पार्टी के प्रमुख नेता शशि थरूर का मुक़ाबला भारतीय जनता पार्टी के नेता केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर के साथ देखा जा रहा है.
2024 के चुनाव में कड़ी टक्कर
राजनैतिक जानकारों की मानें तो इस बार के चुनाव में कड़ी टक्कर होने जा रही है और सीपीआई के नेता पन्नियन रवींद्रन भी इस चुनाव में अहम भूमिका निभा सकते है. बता दें कि कांग्रेस पार्टी और सीपीआई राष्ट्रीय स्तर पर इंडी गठबंधन का हिस्सा है. परंतु केरल में वो एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रही है. इस सीट से शशि थरूर लगातार तीन वर्षी से जीत रहे है. बात यदि 2019 लोकसभा चुनाव की करें तो 2019 में इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी शशि थरूर ने अपनी जीत की हैट्रिक लगाई, उन्हें 4,16,131 वोट मिले. जबकि बीजेपी प्रत्याशी कुम्मनम राजशेखरन ने पार्टी को 3,16,142 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर कायम रखा. वहीं सीपीआई प्रत्याशी सी. दिवाकरन 2,58,556 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे. 2019 लोकसभा चुनाव में तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट पर 73.40 फीसदी वोटिंग हुई थी. 2014 लोकसभा चुनाव में इस सीट कांग्रेस प्रत्याशी शशि थरूर ने 2,97,806 वोटों के साथ अपनी जीत दोहराई. जबकि बीजेपी प्रत्याशी ओ राजगोपाल 2,82,336 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे थे. वहीं सीपीआई बेनेट अब्राहम 2,48,941 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे.
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तिरुवनंतपुरम सबसे घनी आबादी वाला शहर
इससे पहले साल 2009 के चुनाव में कांग्रेस कैंडिडेट शशि थरूर को 3,26,725 वोट और सीपीआई कैंडिडेट पी. रामचंद्रन नायर को 2,26,727 वोट मिले थे. तब बीजेपी कैंडिडेट पी.के. कृष्णा दास को बीएसपी से भी कम महज 84,094 वोट मिले थे. बीएसपी कैंडिडेट ए.एन. नडार को 86,233 वोट मिले थे. बता दें कि केरल राज्य की राजधानी तिरुवनंतपुरम जिसे पहले त्रिवेन्द्रम के नाम से जाना जाता था, केरल का सबसे अधिक आबादी वाला शहर है. भारत के पश्चिमी तट पर मुख्य भूमि के सुदूर दक्षिण में स्थित, तिरुवनंतपुरम केरल में एक प्रमुख सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र है. यह एक खूबसूरत शहर है और इस शहर की विशेषता इसकी निचली तटीय पहाड़ियों का लहरदार इलाका है को इसकी खूबसूरती में चार चांद लगाता है.
कांग्रेस का रहा है गढ़
साल 2011 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार इस जिले की कुल जनसंख्या 33,01,427 थी, जिसमें से 15,81,678 पुरुष और 17,19,749 महिलाएं थीं. जिले में अनुसूचित जाति के लोगों की संख्या 3,72,977 और अनुसूचित जनजाति के लोगों की संख्या 26,759 थी. जिले में प्रति 1,000 पुरुषों पर 1087 महिलाएं हैं. जिले में 66.46 फीसदी हिंदू और 19.10 फीसदी ईसाई हैं. साक्षरता दर करीब 93.02 फीसदी है. जिले के लोगों की आमदनी का मुख्य स्रोत खेती ही है. केरल के तिरुवनंतपुरम लोकसभा क्षेत्र में सात विधानसभा सीटें आती हैं-तिरुवनंतपुरम, कजाकुत्तोम, वात्तीयूरकाउ, नेमोम, कोवलम, नेय्याट्टिनकारा और परास्सला. आजादी के बाद यहां पहली बार 1951 में चुनाव हुआ, तब यह सीट त्रावणकोर-कोचीन नाम से हुआ करती थी. पहले चुनाव में यहां से निर्दलीय उम्मीदवार एन्नी मस्करेने जीती थीं. वह एक स्वतंत्रता सेनानी रह चुकी थीं. उसके बाद अब तक के चुनाव में यह सीट कांग्रेस का गढ़ रही है.