Lok Sabha Election: तीसरे चरण के चुनाव के लिए थमा प्रचार, 7 मई को 94 सीटों पर होगी वोटिंग
Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए प्रचार रविवार शाम छह बजे खत्म हो गया. तीसरे चरण में गुजरात की 25, कर्नाटक की 14, महाराष्ट्र की 11, मध्य प्रदेश की नौ, छत्तीसगढ़ की सात, असम की चार और गोवा की दो सीट के लिए मतदान होगा.
Lok Sabha Election: देश में लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण के तहत 12 राज्यों की 94 सीट के लिए चुनाव प्रचार रविवार शाम छह बजे थम गया. इन सीट पर सात मई यानी मंगलवार को मतदान होगा. इस चरण में जिन सीट पर चुनाव होंगे, उनमें गुजरात की 25, कर्नाटक की 14, महाराष्ट्र की 11, मध्य प्रदेश की नौ, छत्तीसगढ़ की सात, असम की चार और गोवा की दो सीट के चुनाव शामिल हैं. मध्यप्रदेश की नौ सीट के लिए चुनाव के दौरान तीन बड़े दिग्गजों शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह का राजनीतिक भविष्य तय होगा. इस दौरान 1.77 करोड़ से अधिक मतदाता नौ सीट के लिए मैदान में उतरे 127 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे. इनमें अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित सीट शामिल हैं.
मध्य प्रदेश की इन नौ सीट में मुरैना, भिंड (एससी), ग्वालियर, गुना, सागर, विदिशा, भोपाल, राजगढ़ और बैतूल (एसटी) निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं. भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगभग 17 वर्षों के बाद विदिशा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जिसका वे पूर्व में कई बार लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. शिवराज का मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार प्रताप भानु शर्मा से है. राजगढ़ सीट पर कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री 77-वर्षीय दिग्विजय सिंह का मुकाबला दो बार के भाजपा सांसद रोडमल नागर से है. भाजपा को मध्य प्रदेश की सभी 29 सीट पर अपनी जीत की उम्मीद है.
गुना सीट पर यादव समुदाय के वोट चुनावी पलड़ा झुका सकते हैं और यहां सिंधिया का मुकाबला कांग्रेस के यादवेंद्र सिंह यादव से है. वर्ष 2019 में सिंधिया कांग्रेस के उम्मीदवार थे, लेकिन भाजपा के केपी यादव से सिंधिया परिवार के इस गढ़ में हार गए थे. ग्वालियर के पूर्व शाही परिवार के वंशज सिंधिया ने 2020 में कांग्रेस छोड़ दी और भाजपा में शामिल हो गए थे. विदिशा में चौहान सहज दिख रहे हैं, लेकिन राजगढ़ में मुकाबला करीबी हो सकता है. दिग्विजय सिंह 1984 और 1991 में राजगढ़ सीट से जीते थे, लेकिन 1989 में हार गए, वह 1993 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने.
छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीट में से जिन सात सीट पर चुनाव होंगे, उनमें रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा (एससी), कोरबा, सरगुजा (एसटी) और रायगढ़ (एसटी) सीट शामिल है. छत्तीसगढ़ में तीन चरणों में चुनाव होने हैं. नक्सल प्रभावित बस्तर (एसटी) में 19 अप्रैल को और राजनांदगांव, कांकेर (एसटी) और महासमुंद सीट के लिए 26 अप्रैल को मतदान हो चुका है. ‘हाई-प्रोफाइल’ रायपुर सीट पर भाजपा के प्रभावशाली राज्य मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का मुकाबला कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय से होगा. कोरबा में भाजपा ने अपनी प्रभावशाली महिला नेता और पूर्व सांसद सरोज पांडे को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत की पत्नी और कांग्रेस की मौजूदा सांसद ज्योत्सना महंत के खिलाफ मैदान में उतारा है.
दुर्ग सीट पर कांग्रेस ने मौजूदा भाजपा सांसद विजय बघेल के खिलाफ राजेंद्र साहू को मैदान में उतारा है. बिलासपुर सीट पर कांग्रेस ने निवर्तमान विधायक देवेन्द्र यादव को भाजपा के पूर्व विधायक तोखन साहू के खिलाफ मैदान में उतारा है.
एकमात्र एससी आरक्षित सीट जांजगीर-चांपा से पूर्व राज्य मंत्री शिवकुमार डहरिया कांग्रेस के उम्मीदवार हैं, जिनका मुकाबला भाजपा की महिला नेता कमलेश जांगड़े से होगा. सरगुजा सीट पर 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर आए, भाजपा के चिंतामणि महाराज और कांग्रेस के शशि सिंह के बीच मुकाबला होगा. आदिवासी बहुल रायगढ़ सीट पर भाजपा के राधेश्याम राठिया और कांग्रेस की डॉ. मेनका देवी सिंह के बीच मुकाबला होगा, जो सारंगढ़ के पूर्व शाही परिवार से हैं.
छत्तीसगढ़ की सात सीट के लिए 168 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि पात्र मतदाताओं की संख्या 1,39,01,285 है.
गुजरात की 26 लोकसभा सीट में से 25 लोकसभा सीट और पांच विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए भी प्रचार थम गया है. प्रस्तावकों के हस्ताक्षर में गड़बड़ी के कारण कांग्रेस के नीलेश कुंभाणी का नामांकन खारिज होने और अन्य उम्मीदवारों के नामांकन वापस लेने के बाद भाजपा के मुकेश दलाल सूरत से पहले ही निर्विरोध जीत चुके हैं.
गुजरात के प्रमुख उम्मीदवारों में गांधीनगर सीट से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, पोरबंदर सीट से मनसुख मांडविया और राजकोट सीट से परषोत्तम रूपाला शामिल हैं. प्रचार के दौरान राजकोट में रूपाला की एक टिप्पणी पर भाजपा को क्षत्रिय समुदाय की नाराजगी का सामना करना पड़ा, क्योंकि उन्होंने दावा किया था कि समुदाय के कई शासकों के ब्रिटिश और अन्य विदेशी आक्रमणकारियों के साथ ‘रोटी और बेटी’ के संबंध थे.रूपाला का मुकाबला कांग्रेस के पूर्व विधायक परेश धनानी से है, जिन्होंने 2002 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हराया था. गुजरात में कांग्रेस ने चार मौजूदा और आठ पूर्व विधायकों को मैदान में उतारा है और वह आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है. समझौते के तहत कांग्रेस को 24 सीट (सूरत सहित) मिलीं, जबकि आप को भावनगर और भरूच दी गई हैं.
आप ने मौजूदा विधायक चैतर वसावा को भरूच सीट से और उमेश मकवाना को भावनगर सीट से मैदान में उतारा है. चुनाव अधिकारियों के अनुसार, गुजरात में कुल 4.97 करोड़ व्यक्ति, जिनमें 2.56 करोड़ पुरुष, 2.41 करोड़ महिलाएं और 1,534 तीसरे लिंग के लोग शामिल हैं, 50,788 मतदान केंद्रों पर मतदान कर सकेंगे. गोवा की दो लोकसभा सीट पर चुनाव के लिए 11 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए पात्र हैं. उत्तरी गोवा सीट के लिए भाजपा के मौजूदा सांसद श्रीपद नाइक का मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार रमाकांत खलप से है.
दक्षिण गोवा सीट पर भाजपा ने कांग्रेस के विरियाटो फर्नांडीस के खिलाफ डेम्पो इंडस्ट्रीज के कार्यकारी निदेशक पल्लवी डेम्पो को मैदान में उतारा है. दक्षिण गोवा लोकसभा सीट पर वर्तमान में कांग्रेस के फ्रांसिस्को सरदिन्हा का कब्जा है. असम में तीसरे चरण में चार सीट- धुबरी, बारपेटा, कोकराझार (एसटी) और गुवाहाटी निर्वाचन क्षेत्र के लिए मतदान के साथ ही राज्य की सभी 14 सीट के लिए मतदान संपन्न हो जाएगा. असम में बारपेटा सीट से सबसे अधिक 14 उम्मीदवार हैं, जबकि गुवाहाटी सीट से सबसे कम आठ उम्मीदवार हैं. गुवाहाटी में भाजपा की बिजुली कलिता मेधी और कांग्रेस उम्मीदवार मीरा बोरठाकुर गोस्वामी के बीच सीधा मुकाबला है, दोनों पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं.
बारपेटा सीट पर राजग की सहयोगी असम गण परिषद (एजीपी) के उम्मीदवार फणीभूषण चौधरी, माकपा के मनोरंजन तालुकदार और कांग्रेस के दीप बायन के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है. धुबरी सीट पर एआईयूडीएफ के कद्दावर नेता बदरुद्दीन अजमल समेत 13 उम्मीदवार मैदान में हैं, जो चौथी बार लोकसभा में पहुंचने के प्रयास में हैं. अजमल, कांग्रेस विधायक रकीबुल हुसैन और राजग की सहयोगी एजीपी के जावेद इस्लाम के बीच इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला है.
कोकराझार (एसटी) पर राजग की सहयोगी यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) के जयंत बसुमतारी, कांग्रेस के गर्जन मुशहरी और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) के कंपा बोर्गोयरी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने का अनुमान है. महाराष्ट्र की 48 में से जिन 11 सीट पर चुनाव होगा, उनमें बारामती सीट भी शामिल है, जहां शराद पवार की बेटी सुप्रिया सुले का मुकाबला सुनेत्रा पवार (महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री की पत्नी) से है. इसके अलावा महाराष्ट्र की रायगढ़, उस्मानाबाद, लातूर, सोलापुर, माधा, सांगली, सतारा, रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग, कोल्हापुर और हटकनंगले सीट पर भी तीसरे चरण में चुनाव होगा.
महाराष्ट्र के प्रमुख उम्मीदवारों में कोल्हापुर सीट से कांग्रेस के साहू छत्रपति, सतारा सीट से भाजपा के उदयनराजे भोसले और रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग सीट से केंद्रीय मंत्री नारायण राणे शामिल हैं. शाहूद छत्रपति शाही परिवार से हैं. एक चुनाव अधिकारी ने कहा कि कुल मिलाकर 2.09 करोड़ लोग तीसरे चरण में 258 उम्मीदवारों के लिए मतदान करने के पात्र हैं, जिसके लिए 23,036 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल की चार लोकसभा सीट मालदा उत्तर, मालदा दक्षिण, जंगीपुर और मुर्शिदाबाद के लिए कुल 73,37,651 मतदाता 7,360 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए पात्र हैं. उन्होंने कहा कि इस चरण में चुनाव लड़ रहे 57 उम्मीदवारों में से जंगीपुर सीट के 14, मालदा उत्तर सीट के 15, मालदा दक्षिण सीट के 17 और मुर्शिदाबाद सीट के 11 उम्मीदवार शामिल हैं.
मुर्शिदाबाद में माकपा के वरिष्ठ नेता मोहम्मद सलीम, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के अबू ताहिर खान और भाजपा उम्मीदवार गौरी शंकर के बीच मुख्य मुकाबला होगा. मालदा उत्तर सीट पर तृणमूल कांग्रेस ने पूर्व आईपीएस अधिकारी प्रसून बनर्जी को उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस ने अनुभवी नेता मुस्ताक आलम को टिकट दिया है और भाजपा ने खगेन मुर्मू को अपना उम्मीदवार बनाया है. मालदा दक्षिण सीट पर भाजपा ने श्रीरूपा मित्रा चौधरी को मैदान में उतारा है, कांग्रेस ने ईशा खान चौधरी को और टीएमसी ने शाहनवाज अली रायहान को उम्मीदवार बनाया है. जंगीपुर सीट पर तृणमूल कांग्रेस के खलीलुर रहमान का मुकाबला भाजपा के धनंजय घोष और कांग्रेस के मोहम्मद मुर्तोजा हुसैन (बोकुल) से होगा.