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आज सुबह 10 बजे शुरू होगी लोकसभा की बैठक, बजट चर्चा पर जवाब देंगी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

Lok Sabha meeting, Finance Minister Nirmala Sitharaman, budget discussion : नयी दिल्ली : लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को सदन को सूचित किया कि 13 फरवरी को सदन की बैठक सुबह 10 बजे शुरू होगी. बजट सत्र का पहला चरण 29 सितंबर से 13 फरवरी तक चलना है, वहीं दूसरा चरण आठ मार्च से आठ अप्रैल तक चलेगा.

By Agency | February 13, 2021 9:48 AM

नयी दिल्ली : लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को सदन को सूचित किया कि 13 फरवरी को सदन की बैठक सुबह 10 बजे शुरू होगी. बजट सत्र का पहला चरण 29 सितंबर से 13 फरवरी तक चलना है, वहीं दूसरा चरण आठ मार्च से आठ अप्रैल तक चलेगा.

  • भाजपा ने सभी लोकसभा सदस्यों से शनिवार को सदन में उपस्थित रहने को कहा है.

  • कोरोना काल में बैठक में सदस्यों के सामाजिक दूरी बनाते हुए बैठने की होगी व्यवस्था

  • निर्मला सीतारमण ने कहा है कि देश को आत्मनिर्भर बनानेवाला है 2021-22 का बजट

पहले चरण में राज्यसभा की कार्यवाही शुक्रवार को समाप्त हो चुकी है. अत: शनिवार को राज्यसभा की बैठक नहीं होगी और लोकसभा की बैठक सुबह 10 बजे से होगी.

लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ”13 फरवरी, शनिवार को सदन की बैठक सुबह 10 बजे से होगी.” वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शनिवार को बजट पर सदन में हुई चर्चा पर जवाब दे सकती हैं.

भाजपा सूत्रों ने कहा कि पार्टी ने अपने सभी लोकसभा सदस्यों से शनिवार को सदन में उपस्थित रहने को कहा है. मालूम हो कि बजट सत्र में राज्यसभा की बैठक शुरू होने का समय सुबह नौ बजे और लोकसभा की बैठक शुरू होने का समय शाम चार बजे रहा.

कोरोना वायरस के कारण प्रत्येक सदन की बैठक में सदस्यों के सामाजिक दूरी बनाते हुए दोनों सदनों में बैठने की व्यवस्था के मद्देनजर समय में यह बदलाव किया गया. सामान्य तौर पर दोनों सदनों की बैठक सुबह 11 बजे शुरू होती है.

मालूम हो कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा था कि 2021-22 का बजट देश को आत्मनिर्भर बनाने का बजट है. इसमें, हिसाब-किताब की पारदर्शिता और सामाजिक आर्थिक ढांचे के विकास के साथ-साथ करदाताओं तथा उद्यमशीलता का सम्मान किया गया है.

बजट को पूंजीपतियों का बजट बताने वाले विपक्षी दलों पर करारा प्रहार करते हुए सीतारमण ने कहा कि यह सरकार हर वर्ग के लिए काम कर रही है और सरकार पर साठगांठ वाले पूंजीवाद का आरोप लगाना बेबुनियाद है.

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