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क्या है लॉन्ग कोविड, जानें इसके लक्षण- सीधे करता है ऑर्गन पर हमला

कोरोना वायरस महामारी से पूरा विश्व लड़ रहा है. पूरी दुनिया में लाखों करोड़ों लोग इस संक्रमण की चपेट में आये. इसके कुछ लक्षण है लेकिन अबतक कोरोना के संबंध में विस्तार से जानकारी किसी के पास उपलब्ध नहीं है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 12, 2020 5:22 PM
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कोरोना वायरस महामारी से पूरा विश्व लड़ रहा है. पूरी दुनिया में लाखों करोड़ों लोग इस संक्रमण की चपेट में आये. इसके कुछ लक्षण है लेकिन अबतक कोरोना के संबंध में विस्तार से जानकारी किसी के पास उपलब्ध नहीं है.

इस बीच लॉन्ग कोविड की भी चर्चा खूब हो रही है. अक्सर कोरोना संक्रमण के ज्यादातर मामले में देखा गया है कि कोरोना संक्रमित मरीज 3 से 4 सप्ताह में स्वस्थ होकर घर लौट आते हैं. लेकिन कई ऐसे भी मरीज हैं जिन्हें इससे ज्यादा समय लगा, इनकी सेहत में ना सिर्फ सुधार में समय लगा. इसे ही लॉन्ग कोविड कहा जा रहा है.

लॉन्ग कोविड औऱ कोविड में क्या है अंतर

लॉन्ग कोविड को लेकर अबतक वैज्ञानिकों ने कोई खास परिभाषा नहीं दी है लेकिन जिनके भी सेहत में सुधार में समय लग रहा है उन्हें लॉन्ग कोविड का शिकार माना जा रहा है. लॉन्ग कोविड किन लोगों को हो सकता है इसके लक्षण क्या हैं इसे समझना बेहद जरूरी है. क्योंकि आंकड़े बताते हैं कि जिन्हें लॉन्ग कोविड होता है उन्हें कई और तरह की गंभीर समस्याएं हो सकती हैं.

लक्षण कितने हैं अलग

कोविड औऱ लॉन्ग कोविड के लक्षण एक दूसरे से अलग नहीं है. कोरोना संक्रमित को थकान बहुत जल्दी हो जाती है. ऐसे लोगों के लिए आराम करना बेहद जरूरी है क्योंकि एक बार थक जाने के बाद शरीर दोबारा तुरंत राहत महसूस नहीं करता है. इसमें समय लगता है. जो लोग लॉन्ग कोविड के शिकार हैं उन्हें शरीर में दर्द की अक्सर शिकायत रहेगी. इनके मांसपेशियों में दर्द रहेगा, जोड़ों में दर्द की शिकायत करेंगे.

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लॉन्ग कोविड का सबसे ज्यादा खतरा ऑर्गन पर पड़ता है. एक सर्वे के अनुसार लॉन्ग कोविड की वजह से आंत, किडनी, फेफड़ा और दिल को काफी नुकसान पहुंच सकता है. लॉन्ग कोविड धीरे- धीरे इन महत्वूर्णों अंगों को निशाना बनाता है. इस बीमारी के सबसे तकलीफदेह लक्षणों में एक है सांस की समस्या.

क्या हो सकती है गंभीर समस्या

इसकी वजह से आपको सांस लेने में परेशानी हो सकती है. अगर यह लंबे समय तक बना रहा तो आपके लिए और खतरनाक हो सकता है. कोरोना वायरस मुख्य रूप से फेफड़ा और इसके कार्य करना की क्षमता पर असर डालता है. अगर किसी को फेफड़े की कोई बीमारी या सांस लेने में तकलीफ है तो यह और भी खतरनाक हो सकता है.

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किन बातों को रखना है विशेष ध्यान

इस दौरान बेहद जरूरी है कि आप तनाव मुक्त रहें अगर कोरोना संक्रमण और तनाव दोनों ने साथ मिलकर आपके शरीर पर हमला किया तो आपके लिए खतरनाक हो सकता है. अगर आप कोरोना से संक्रमित हो गये हैं तो इस संबंध में ज्यादा ना सोचें. कोरोना संक्रमण पूरी दुनिया में फैला है ऐसे में आप अकेले नहीं हैं जो इस बीमारी का शिकार हुए हैं. कई लोगों ने कोरोना को मात दी है और दोबारा अपने – अपने काम पर लौटे हैं.

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