Look Back 2024 : वाराणसी लोकसभा सीट से कैसे नरेंद्र मोदी को टक्कर दे पाए कांग्रेस के अजय राय
Look Back 2024 : साल 2024 में हुए लोकसभा चुनाव की चर्चा काफी हुई. अबकी बार 400 पार के साथ बीजेपी चुनावी मैदान में उतरी. वाराणसी लोकसभा सीट पर नरेंद्र मोदी को अजय राय ने टक्कर दी.
Look Back 2024 : साल 2024 अलविदा कहने वाला है. इसके बाद हम नये साल यानी 2025 में प्रवेश कर जाएंगे. इस साल कई ऐसी चीजें हुईं जिसे लोग याद कर रहे हैं. इन्हीं में से एक लोकसभा चुनाव है. खासकर बात वाराणसी की हो रही है, जहां से खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने चुनाव लड़ा था. इस बार यहां का चुनाव काफी रोचक नजर आया. बीजेपी की ओर से नरेंद्र मोदी वाराणसी से उम्मीदवार थे, जिन्हें 6,12,970 वोट मिले. कांग्रेस ने यहां से अजय राय को टिकट दिया था. उन्हें 4,60,457 वोट मिले. नोटा का बटन 8,478 लोगों ने दबाया. देखा जाए तो लोकसभा चुनाव 2019 की तुलना में मोदी को कुछ कम वोट पड़े.
2019 लोकसभा चुनाव रिजल्ट क्या था?
लोकसभा चुनाव 2019 में इस सीट से बीजेपी के नरेंद्र मोदी ने जीत दर्ज की थी. उन्हें 6,74,664 वोट मिले थे. वहीं सपा के शालिनी यादव 1,95,159 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर नजर आईं. कांग्रेस के अजय राय को 1,52,548 वोटों मिले और वे तीसरे स्थान पर रहे थे.
2014 लोकसभा चुनाव रिजल्ट क्या था?
लोकसभा चुनाव 2014 में इस सीट से बीजेपी के नरेंद्र मोदी ने जीत हासिल की. उनको 5,81,022 वोट मिले थे. वहीं आप के अरविंद केजरीवाल 2,09,238 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर नजर आए. कांग्रेस के अजय राय 75,614 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे.
कितनी बार वाराणासी से सांसद चुने गए नरेंद्र मोदी?
उत्तर प्रदेश का एक प्रसिद्ध नगर और जिला वाराणसी है. इसे काशी के नाम से भी जाना जाता है. हिन्दू धर्म में एक पवित्र नगर के रूप में इसकी मान्यता है. दुनिया के प्राचीन बसे शहरों में से यह एक है. वाराणसी एक महत्वपूर्ण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है. यहां से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2024 के आम चुनाव में लगातार तीसरी बार चुने गए. उनसे पहले 2009 में हुए चुनाव में डॉ मुरली मनोहर जोशी को यहां की जनता ने चुना था. वाराणसी लोकसभा क्षेत्र में 5 विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं. रोहनिया, वाराणसी उत्तर, वाराणसी दक्षिण, वाराणसी कैंट और सेवापुरी. 2011 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार, वाराणसी की जनसंख्या लगभग 37 लाख थी.
Read Also : Look Back 2024 : जम्मू-कश्मीर में चुनाव हारकर भी क्यों गदगद दिखी बीजेपी?