Loudspeaker Controversy: राज ठाकरे के खिलाफ FIR, लाउडस्पीकर पर ऐलान के बाद सरकार अलर्ट, CM ने दिए ये आदेश
Loudspeaker Controversy: महाराष्ट्र के औरंगाबाद में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे और एक सार्वजनिक रैली के आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
Loudspeaker Controversy: महाराष्ट्र के औरंगाबाद में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे और एक सार्वजनिक रैली के आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. राज ठाकरे ने यहां 1 मई को भाषण दिया था. पुलिस ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे की जनसभा का वीडियो देखकर मामला दर्ज कर लिया है. वहीं, आज राज ठाकरे द्वारा दिए गए अल्टीमेटम का आखिरी दिन है. ऐसे में राज्य में सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए गृहमंत्री समेत सीएम ने बैठक की. उन्होंने आदेश दिया कि पुलिस को कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी उपाय करने चाहिए और किसी के आदेश का इंतजार नहीं करना चाहिए. महाराष्ट्र के डीजीपी और सीएम ने टेलीफोन पर बातचीत की, कानून व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा की है.
संजय राउत का तंज, क्या अल्टीमेटम? यह महाराष्ट्र में काम नहीं करता
शिवसेना नेता संजय राउत से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे के लाउडस्पीकर पर अल्टीमेटम के बारे में पूछे जाने पर आज तीखी प्रतिक्रिया दी है. शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार है. क्या अल्टीमेटम? यह यहां काम नहीं करता है. संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में अल्टीमेटम राजनीति नहीं चलेगी.यहां केवल ठाकरे सरकार का शब्द काम करेगा.
महाराष्ट्र में दंगे की रची जा रही साजिश
सांसद संजय राउत साथ ही कहा कि पूरे देश में ऐसे मामले दर्ज हैं, अगर कोई भड़काऊ भाषण देता है, कोई ऐसा कुछ लिखता है तो उसके खिलाफ ऐसी ही कार्रवाई की जाती है. इसलिए इसमें कौन सी बड़ी बात है? उन्होंने कहा यह महाराष्ट्र है, जिसके खिलाफ साजिश रची जा रही है. संजय राउत ने कहा, मुझे जानकारी है कि राज्य के बाहर से लोगों को लाया जा रहा है और दंगे की साजिश रची जा रही है. राज्य सरकार और पुलिस इसे संभालने में सक्षम हैं.
राज ठाकरे कभी भी जा सकते है जेल
बता दें कि लाउस्पीकर विवाद में एक बार फिर शिवसेना और राज ठाकरे आमने सामने हैं. माना जा रहा है कि इस मामले में राजठाकरे कभी भी जेल भी जा सकते हैं. मालूम हो कि मनसे प्रमुख राज ठाकरे शिवसेना संस्थापक स्वर्गीय बाल ठाकरे के भाई के बेटे हैं और उद्धव ठाकरे के चचेरे भाई हैं. बाल ठाकरे के समय में राज ठाकरे ने उनका जमकर सहयोग करते हुए राजनीति की, लेकिन जब शिवसेना का प्रमुख बनाने की बात आई तो उन्होंने राज ठाकरे के बजाय उद्धव ठाकरे को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी बनाते हुए उन्हें शिवसेना की कमान सौंप दी. इस बार से राज ठाकरे बहुत आहत हुए थे.