Loudspeaker Row: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के चीफ राज ठाकरे ने मस्जिदों में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल के मुद्दे पर सीएम उद्धव ठाकरे की आलोचना करते हुए आगाह किया कि सरकार उनकी पार्टी के धैर्य की परीक्षा न लें. महाराष्ट्र के सीएम को लिखे अपने पत्र में राज ठाकरे ने शायद पहली बार अपने चचेरे भाई को उद्धव ठाकरे कहकर संबोधित किया है.
मनसे चीफ राज ठाकरे ने कहा कि 28 हजार से अधिक मनसे कार्यकर्ताओं को प्रतिबंधात्मक नोटिस दिए गए हैं. वहीं, हजारों कार्यकर्ताओं को तड़ीपार किया गया है. राज ठाकरे ने पूछा पुलिस कार्रवाई किस लिए किया गया है. ध्वनि प्रदूषण फैलाने वाली मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं हटाने के लिए? उन्होंने कहा कि पुलिस महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेताओं की ऐसे तलाश कर रही है जैसे कि वे पाकिस्तानी आतंकवादी या तत्कालीन निजाम शासन के रजाकार हों. उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि यह मुझे सोचने पर मजबूर करता है कि क्या पुलिस ने आतंकवादियों या मस्जिदों में छिपे हथियारों का पता लगाने के लिए वही सख्ती दिखाई. उन्होंने कहा कि मराठी लोग और हिंदू राज्य सरकार के इस रुख को देख रहे हैं.
मनसे चीफ राज ठाकरे ने इससे पहले उद्धव सरकार को 4 मई तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने का अल्टीमेटम दिया था. साथ ही चेतावनी दी थी कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो मस्जिदों के बाहर तेज आवाज में हनुमान चालीसा बजाया जाएगा. राज ठाकरे ने कहा कि मैं राज्य सरकार से बस यही कहना चाहता हूं कि हमारे धैर्य की परीक्षा न लें. सत्ता का ताम्रपत्र लेकर कोई नहीं आया है. आप भी नहीं, उद्धव ठाकरे. राज ठाकरे के अल्टीमेटम पर राज्य सरकार ने कहा था कि केंद्र सरकार को जन संबोधन प्रणाली के इस्तेमाल को लेकर नीति बनानी चाहिए.