Madhya Pradesh by Election 2020 : मध्य प्रदेश में 28 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सूबे की दोनों बड़ी पार्टियों ने कमर कस ली है. इस उपचुनाव में शिवराज सरकार की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है जिस कारण वह हर कदम संभाल कर रख रही है. सूबे की भाजपा सरकार दलित और पिछड़ा वर्ग को लुभाने में कोई लगी हुई है.
ऐसा इसलिए क्योंकि दलित और पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित सीटों पर 2018 के चुनाव में भाजपा को मुंह की खानी पड़ी थी. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर के माध्यम से दलित वोटों को अपने पाले में करने के प्रयास में जुटी हुई है.
खबरों की मानें तो भाजपा दलितों को अपने पाले में करने के लिए विधानसभा स्तर पर दलित समाज के प्रमुख लोगों के साथ सीधी बातचीत कर रही है. भाजपा इन्हें यह बताने का काम कर रही है कि 2 अप्रैल की हिंसा के बाद किस तरीके से भाजपा ने एससी एसटी एक्ट में संशोधन करने का काम किया.
वहीं दूसरी ओर पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं के लिए मंत्री रामखेलावन पटेल को भाजपा ने ग्वालियर चंबल संभाग के चुनावी मैदान में उतारा है, वह लोगों को यह बताने में जुटे हैं कि जैसे केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक शक्तियां दी….उसके बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सूबे में भी पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक शक्तियां प्रदान करने का काम किया है. ऐसा होने के बाद अब पिछड़ा वर्ग कल्याण के लिए बेहतर काम हो सकेगा.
ग्वालियर चंबल संभाग का ऐसा है गणित : उल्लेखनीय है कि ग्वालियर चंबल संभाग में जिन 16 सीटों पर उपचुनाव होने हैं उनमें से 6 सीटें अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं जबकि 2 सीटें पिछडा वर्ग के लिए आरक्षित हैं. इन सभी सीटों की बात करें तो इनपर 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने जीत का परचम लहराया था, ऐसे में भाजपा कतई नहीं चाहती है कि एक बार फिर मतदाता कांग्रेस के पक्ष में मताधिकार का प्रयोग करें.
मध्य प्रदेश में विधानसभा का गणित : आइए एक नजर विधानसभा के गणित पर डालते हैं. मध्य प्रदेश में कुल विधानसभा सीट 230 हैं. बहुमत के लिए 116 सीट चाहिए. जो राजनीतिक दल या गठबंधन विधानसभा की 116 या उससे ज्यादा सीटें जीतेगी. वह सूबे में सरकार का गठन करेगी.
वर्तमान में क्या है स्थिति : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-107 सीट, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पास 88 सीट, बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) के पास 2 सीट, समाजवादी पार्टी (सपा) के पास 1 सीट है जबकि अन्य / निर्दलीय विधायक सूबे में 4 हैं. उपचुनाव के लिए रिक्त सीटें 28 हैं.
Posted By : Amitabh Kumar