कांग्रेस (Congress) के एक नेता द्वारा मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh by Election 2020 ) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh chouhan) को ‘‘नंगे-भूखे घर का” बताए जाने को लेकर सूबे की राजनीति उपचुनाव (By poll 2020) के पहले गरम हो गई है. नाराजगी जताते हुए सत्तारूढ़ भाजपा (BJP) ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर “मैं भी शिवराज” के हैश टैग वाला अभियान शुरू किया. भाजपा की शहर इकाई के अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने यहां इस अभियान की औपचारिक शुरूआत की.
इस दौरान उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि मुख्यमंत्री को लेकर कांग्रेस के एक नेता की ओछी टिप्पणी पर भाजपा के हजारों कार्यकर्ता गुस्से में हैं. इसके खिलाफ हम फेसबुक, ट्विवटर और वॉट्सऐप सरीखे सोशल मीडिया मंचों पर यह नारा साझा करेंगे-अगर गरीब होना गुनाह है, तो मैं भी शिवराज. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को “नंगे-भूखे घर का” बताया जाना कांग्रेस की घृणित और कुत्सित मानसिकता का परिचायक है जिसकी भाजपा घोर निंदा करती है.
क्या कांग्रेस को होगा नुकसान : प्रदेश किसान कांग्रेस के नेता दिनेश गुर्जर ने अशोकनगर जिले के राजपुर कस्बे में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए रविवार को कहा था कि कमलनाथ हिंदुस्तान के दूसरे नंबर के उद्योगपति हैं… शिवराज सिंह चौहान की तरह नंगे-भूखे घर के नहीं हैं….जानकारों की मानें तो इस कमेंट के कारण कांग्रेस को नुकसान उठाना पड सकता है. आपको बता दें कि इंदौर जिले के सांवेर क्षेत्र समेत सूबे की 28 विधानसभा सीटों के लिए तीन नवंबर को उप चुनाव होने हैं….
भूखे-नंगे बयान पर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा : इधर कथित ‘‘भूखे-नंगे घर का” बयान पर एक बार फिर निशाना साधते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि यह कांग्रेस की संस्कृति है जो ग़रीबों के प्रति उसके रवैये को उजागर करती है. इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हां, मैं नंगे-भूखे परिवार से हूं. इसलिए उनका दुख-दर्द समझता हूं…आगे उन्होंने तीखा वार करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता बताएं, क्या उन्होंने कभी खेत देखे हैं ? कभी पगडंडी देखी है ? कभी धूल देखी है ? कीचड़ देखा है ? कभी बीमारी देखी है ? मुख्यमंत्री ने कहा कि अरे हमें भूखे-नंगे ही रहने दो भाई… क्योंकि मैं गरीब हूं…यही वजह है कि गरीब बेटे-बेटियों को मामा बन उन्हें पढ़ाने का काम करता हूं….गरीब हूं… इसलिए गरीब मां-बाप की बेटियों का कन्यादान करने में विश्वास करता हूं…. गरीब हूं, इसी लिए हर गरीब का दर्द समझता हूं…. प्रदेश की समझ रखता हूं….
Posted By : Amitabh Kumar