मध्य प्रदेश चुनाव: किसे इस बार चुनाव में टिकट देगी कांग्रेस ? जानें मुरैना की रैली में क्या बोले कमलनाथ
इस बार मध्य प्रदेश की जनता ने बीजेपी सरकार को विदा करने का मन बना लिया है. जनता कांग्रेस पर भरोसा जता रही है. इस बार प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है. जानें मुरैना की रैली में क्या बोले कांग्रेस नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ
इस साल मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. चुनाव की तारीख के ऐलान के पहले कांग्रेस नेता जनता के बीच जा रहे हैं. इस क्रम में मुरैना में एक रैली को संबोधित करते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व सीएम कमलनाथ ने प्रदेश सरकार पर जमकर हमला किया. उन्होंने कहा कि आज मध्य प्रदेश ‘घोटाला प्रदेश’, ‘भ्रष्टाचार प्रदेश’ बन गया है… और अगर आप (जनता) भ्रष्टाचार के शिकार नहीं हैं तो आप भ्रष्टाचार के गवाह हैं.
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ मुरैना पहुंचे तो उनका जोरदार स्वागत किया गया. उन्होंने बीजेपी पर जमकर हमला किया और बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा को जन सौदा यात्रा बताया. कांग्रेस नेता ने मुरैना को उपेक्षित जिला बताते हुए कहा है कि मुरैना में सिर्फ खेती, फौज और मजदूरी ही रह गयी है.
टिकट को लेकर भी मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने स्पष्ट कर दिया है कि सिर्फ जिताऊ उम्मीदवारों को ही पार्टी की ओर से टिकट दिया जाएगा. अपने संबोधन में कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को सौदेबाज मुख्यमंत्री तक कह दिया. इसके अलावा कमलनाथ ने मध्य प्रदेश को महिला अत्याचार और भ्रष्टाचार में नंबर वन बताया है.
कांग्रेस नेता ने कहा कि मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार होने की वजह से बाहर के निवेशक मध्य प्रदेश में उद्योग लगाने नहीं पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस बार मध्य प्रदेश की जनता ने बीजेपी सरकार को विदा करने का मन बना लिया है. जनता कांग्रेस पर भरोसा जता रही है. इस बार प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है.
आपको बता दें कि सत्तारूढ़ भाजपा ने विधानसभा चुनावों के लिए अपने 39 उम्मीदवारों की पहली सूची पहले ही घोषित कर दी है. चुनाव कार्यक्रम अभी घोषित नहीं किया गया है. केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने राज्य की कुल 230 में से 150 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है. 2018 के चुनावों में भगवा पार्टी ने 109 सीटें जीती थीं, जो 116 के साधारण बहुमत से कम थीं. इस साल कांग्रेस ने सरकार बनायी थी लेकिन मार्च 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बगावत कर दी जिसके बाद कमलनाथ की सरकार गिर गयी.