मध्य प्रदेश में सोमवार को दुर्घटना का शिकार हुई महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) की बस दस साल से अधिक पुरानी थी और इसका फिटनेस प्रमाणपत्र अगले दस दिनों में समाप्त होने वाला था. सड़क परिवहन कार्यालय (आरटीओ) के अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
बस पुल की रेलिंग तोड़ नर्मदा नदी में जा गिरी, 13 लोगों की मौत
मध्य प्रदेश के धार जिले के खलघाट में सोमवार को एमएसआरटीसी की एक बस अनियंत्रित होकर पुल की रेलिंग तोड़ नर्मदा नदी में जा गिरी थी, जिससे उसमें सवार 13 यात्रियों की मौत हो गई. जबकि 15 लोगों को बचाया जा सका. कुछ लोग लापता हुए हैं, जिनकी तलाश की जा रही है. एमएसआरटीसी के अधिकारियों ने बताया कि बस सोमवार सुबह 7.30 बजे मध्य प्रदेश के इंदौर शहर से महाराष्ट्र के जलगांव जिले में स्थित अमालनेर के लिए रवाना हुई थी. हालांकि, यह धार और खरगोन जिले की सीमा के पास राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या तीन (आगरा-मुंबई रोड) पर एक पुल की रेलिंग तोड़कर नदी में जा गिरी.
27 जुलाई 2022 को खत्म हो रहा था बस का फिटनेस
एक वरिष्ठ आरटीओ अधिकारी के मुताबिक, नागपुर ग्रामीण क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में 12 जून 2012 को बस का पंजीकरण कराया गया था और इसका फिटनेस प्रमाणपत्र 27 जुलाई 2022 को समाप्त होने वाला था. फिटनेस प्रमाणपत्र दर्शाता है कि वाहन सड़क पर चलाने योग्य है या नहीं. अधिकारी के अनुसार, बस का प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र और बीमा वैध था. एमएसआरटीसी ने बताया कि बस चंद्रकांत एकनाथ पाटिल चला रहे थे और प्रकाश श्रवण चौधरी इसके कंडक्टर थे. एमएसआरटीसी के जन संपर्क विभाग के अनुसार, नागरिकों की मदद के लिए एक हेल्पलाइन स्थापित की गई है और वे 022-23023940 पर फोन कर हादसे से जुड़ी जानकारी हासिल कर सकते हैं.