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चाय वाले की बेटी बनी फाइटर जेट पायलट, केंद्रीय मंत्री जावड़ेकर ने ट्वीट कर कही ये बात

मध्यप्रदेश के नीमच जिले की बेटी आंचल गंगवाल ने अपने सपनों की उड़ान को पूरा कर पूरे राज्य और देश को गौरवान्वित किया है, आंचल गंगवाल वायुसेना में बतौर फायटर जेट पायलट देश की सेवा करेंगी. आंचल के पिता चाय की दुकान चलाते हैं. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मंगलवार को ट्वीट कर आंचल को बधाई दी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 23, 2020 1:12 PM

मध्यप्रदेश के नीमच जिले की बेटी आंचल गंगवाल ने अपने सपनों की उड़ान को पूरा कर पूरे राज्य और देश को गौरवान्वित किया है, आंचल गंगवाल वायुसेना में बतौर फायटर जेट पायलट देश की सेवा करेंगी. आंचल के पिता चाय की दुकान चलाते हैं. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मंगलवार को ट्वीट कर आंचल को बधाई दी. नीमच जिले में रहने वाली आंचल ने इंडियन एयर फोर्स एकेडमी से ग्रेजुएट किया है.

बीते शनिवार को हैदराबाद में हुई पासिंग आउट परेड में उन्हें सम्मानित किया गया. बता दें कि इसके पहले मध्य पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर उनकी ज्वाइन हुई थी लेकिन बाद में उन्होंने नौकरी छोड़ दी और एयर फोर्स ज्वाइन करने का फैसला लिया.

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट किया- बधाई आंचल. मध्य प्रदेश के नीमच के चाय वाले की बेटी इंडियन एयर फोर्स में कमिशन हुई है. उसने आईएफ एकेडमी में टॉप किया है. उन्हें राष्ट्रपति पट्टिका से सम्मानित किया गया. यह महिला सशक्तीकरण का बढ़ता हुआ स्वरूप है. टाइम्स नाऊ के अनुसार, आंचल ने बताया कि कैसे एक छोटी से चाय की दुकान चलाते हुए उनके पिता ने उनकी और उनके भाई की हर जरूरत को पूरा किया.

एयरफोर्स में शामिल होने के लिए आंचल दो सरकारी नौकरी तक छोड़ चुकी हैं.नीमच के बस स्टैंड पर आंचल के पिता सुरेश गंगवाल छोटी-सी चाय की दुकान चलाते हैं। आंचल ने एयर फोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट में वर्ष 2018 में सफलता हासिल की थी। जून 2018 में वह लड़ाकू विमान के पायलट के प्रशिक्षण के लिए हैदराबाद रवाना हुई थीं आंचल कहती हैं कि वो शुरू से ही एक फाइटर बनना चाहती थीं. जब वो स्कूल में थीं, तभी उन्होंने फैसला कर लिया था कि वो डिफेंस में जाएंगी.

आंचल ने कहा कि आज जब मैं ऑफिसर बन गई हूं तो सब असली लग रहा है. यह एक सपने के सच होने जैसा है. आंचल के परिवार में पिता के अलावा मां बबिता, भाई चंद्रेश (इंदौर में इलेक्टि्रकल इंजीनियर) व बहन दिव्यानी (वॉलीबॉल खिलाड़ी) हैं. आंचल ने नीमच के सिताराम जाजू सरकारी महिला कॉलेज से कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएट किया. सुरेश गंगवाल ने कहा कि आंचल शुरू से पढ़ाई में अच्छी रही है. उसने बोर्ड परीक्षा में 92 प्रतिशत से ज्यादा अंक प्राप्त किए थे. उन्होंने बताया कि एयरफोर्स में जाने की सबसे बड़ी प्रेरणा आंचल को तब मिली जब साल 2013 में उत्तराखंड में त्रासदी आई थी.

Posted By: Utpal kant

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