Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में कुछ ही दिनों पहले चीतों को छोड़ा गया था. चीतों को छोड़ने के बाद अब यहां बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 19 दलदली हिरण छोड़े गए हैं. ऐसे में अगर आप मध्य प्रदेश आकर वन्य जीवों के दर्शन करना चाहते हैं तो कुनो नेशनल पार्क और बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व घूम सकते हैं. बता दें इन सभी दलदली हिरणों को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मगधी जोन में छोड़ा गया है और यह सभी कान्हा नेशनल पार्क से लाए गए हैं. इन हिरणों को बाड़े में छोड़ते हुए एक वीडियो भी सामने आयी है.
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के सुधीर मिशा ने बताया कि- केंद्र ने हमें पहले वर्ष में 50 के साथ 100 दलदली हिरण लाने की अनुमति दी है. तो, आज उनमें से 19 को लाया गया है इनमें से 11 पुरुष और 8 महिलाएं हैं. हमने यहां एक बाड़ा बनाया है, जो कि मांसाहार रोधी है. कोई मांसाहारी जानवर अंदर नहीं जा सकता. हमारे पास हाथी भी हैं और हमने यह देखने के लिए व्यवस्था की है कि हाथी बाड़े को नुकसान न पहुंचाएं.
#WATCH | Madhya Pradesh: 19 swamp deer brought from Kanha National Park and released into the enclosures at Magadhi Zone in Bandhavgarh Tiger Reserve on 26th March.
(Video: Bandhavgarh Tiger Reserve) pic.twitter.com/MMwnoq1F2F
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) March 27, 2023
भारत सरकार ने पहली बार करीब तीन साल पहले दक्षिण अफ्रीका से देश में चीतों को लाने का विचार रखा था और अब 18 फरवरी को ये चीते भारत पहुंचें. भारत की चीतों को अपने देश ले जाने की योजना को एक बार स्थगित करना पड़ा था और लिम्पोपो प्रांत के एक अभयारण्य में इन चीतों को पृथकवास में रखा गया था. भारत में चीतों को बसाने के योजना के तहत इससे पहले फरवरी में नामीबिया से आठ चीते केएनपी में लाए गए थे. भारत में परियोजना से जुड़े एक विशेषज्ञ ने बताया कि सात नर और पांच मादा हैं. (भाषा इनपुट के साथ)