Corona Restrictions: शिवराज सरकार का बड़ा फैसला, मध्य प्रदेश में कोविड से जुड़े सभी प्रतिबंध हटाए गए
MP News शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने मंगलवार को मध्य प्रदेश में कोरोना के कारण लगाए गए सभी प्रतिबंधों को हटाने का फैसला लिया है. सरकार ने आज मध्यरात्रि से नाइट कर्फ्यू के प्रतिबंध हटाने का निर्णय लिया है.
MP Lifts All COVID19 Restrictions कोरोना संक्रमण में मामलों के तेजी से दर्ज हो रही गिरावट के मद्देनजर शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने मंगलवार को मध्य प्रदेश में कोरोना के कारण लगाए गए सभी प्रतिबंधों को हटाने का फैसला लिया है. मध्य प्रदेश सरकार ने इसको लेकर आदेश भी जारी किया है. वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य में कोविड स्थिति को लेकर एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की.
मध्यरात्रि से नाइट कर्फ्यू के प्रतिबंध हटाने का निर्णय
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के कार्यालय ने ट्वीट कर बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में है. वहीं, पॉजिटिविटी रेट 1 प्रतिशत से भी कम हो चुकी है. उक्त परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए आज मध्यरात्रि से नाइट कर्फ्यू के प्रतिबंध हटाए जा रहे हैं. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मेरी समस्त प्रदेशवासियों से अपील है कि मास्क पहनें, कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते रहें. होली, रंगपंचमी और अन्य आगामी त्योहारों में लापरवाही न बरतें, समस्त सावधानियों का पालन करें, स्वस्थ रहें.
Madhya Pradesh govt lifts all restrictions imposed due to #COVID19. pic.twitter.com/0RRihuqgLH
— ANI (@ANI) February 22, 2022
मध्य प्रदेश में कोरोना पूरी तरह से नियंत्रित
वहीं, एक अन्य ट्वीट में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश में कोरोना पूरी तरह से नियंत्रित है. यह हमारे सभी स्वास्थ्यकर्मी भाई-बहनों के समर्पण व आप नागरिकों की जागरुकता व योगदान के कारण संभव हुआ है. कोरोना नियंत्रित हुआ है, गया नहीं है. अत: जागरुक रहें, पूर्व की भांति सभी स्वास्थ्य दिशा-निर्देशों का पालन करते रहिये.
कोविड स्थिति को लेकर सीएम ने की समीक्षा बैठक
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में कोरोना की परिस्थितियों को लेकर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए. सीएम ने कहा कि कोविड केयर सेंटर बंद करें. अस्पतालों में कोरोना उपचार की पर्याप्त व्यवस्था है. अस्पताल में कम से कम एक वार्ड कोरोना मरीजों के लिए रिक्त रखा जाए.